त्रिपुरा और नागालैंड में खिला कमल, मेघालय में किसी को नहीं बहुमत
नई दिल्ली। पूर्वोत्तर के तीन राज्य त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में हुए विधानसभा
चुनाव के 857 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला आज होगा। तीन पूर्वोत्तर
राज्यों में डाले गए मतों की आज कड़ी सुरक्षा के बीच गणना शुरू हो गई।
त्रिपुरा में भाजपा ने बहुमत हासिल कर लिया है। वहीं मेघालय में कांग्रेस
सबसे आगे जाती दिख रही है। नगालैंड में भाजपा की अगुवाई वाला गठबंधन बढ़त
बनाता नजर आ रहा है।
केसरीय रंग में रंगा वाम किला
त्रिपुरा में पिछले विधानसभा चुनाव तक खाता भी नहीं खोल पायी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस बार अपने जबर्दस्त प्रदर्शन से वामदलों के ढाई दशक पुराने किले को ढहा कर नया इतिहास रच दिया। साठ सदस्यीय विधानसभा की 59 सीटों पर चुनाव हुए थे जिनमें भाजपा ने इस बार चौंकाने वाला प्रदर्शन करते हुए अकेले 34 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है और एक सीट पर वह आगे चल रही है। इस चुनाव मेें उसकी सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) को आठ सीटों पर जीत मिली है। इस तरह भाजपा गठबंधन को विधानसभा में दो-तिहाई से अधिक बहुमत मिला गया है। भाजपा की इस जीत से राज्य में 25 वर्ष से चले आ रहे माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के शासन का अंत हो गया है। पिछले चुनावों में 50 के आस-पास जीतने वाला वाम मोर्चा इस बार 16 सीटों पर सिमट गया है। उसने 13 सीटों पर विजय हासिल की है और तीन पर उसके उम्मीदवार आगे हैं।
मेघालय में कांग्रेस आगे
भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष विप्लव कुमार देव तथा पार्टी के विधायक सुदीप राय बर्मन क्रमश: बनमालीपुर और अगरतला सीटों पर आगे हैं। मेघालय में कांग्रेस एक सीट जीत चुकी है और 21 सीटों पर आगे चल रही है। नेशनल पीपल्स पार्टी एक सीट जीत चुकी है और 19 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। पीपल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट और भाजपा 2 सीटों पर आगे चल रहे हैं। मुख्यमंत्री मुकुल संगमा सोंगसाक सीट पर जीत गए हैं।
नागालैंड में भाजपा की अगुवाई वाला गठबंधन आगे
राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 फरवरी को चुनाव कराया गया था। मेघालय की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 59 सीटों पर 27 फरवरी को मतदान हुआ था। नॉर्दन अंगामी-दो सीट से एनडीपीपी के प्रमुख नीफियू रियो निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। नगालैंड में एनडीपीपी 13 और सहयोगी भाजपा पांच सीटों पर आगे हैं। नेशनल पीपुल्स पार्टी और जनता दल यू भी दो-दो स्थानों पर आगे चल रहे हैं। राज्य 60 सदस्यीय विधानसभा की 59 सीटों के लिए गत 27 फरवरी को चुनाव हुए थे। एनडीपीपी के प्रमुख नेफियू रियो उत्तरी अंगामी 2 सीट से निॢवरोध निर्वाचित हो गए, इसलिए सीट पर चुनाव नहीं लड़ा गया।
केसरीय रंग में रंगा वाम किला
त्रिपुरा में पिछले विधानसभा चुनाव तक खाता भी नहीं खोल पायी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस बार अपने जबर्दस्त प्रदर्शन से वामदलों के ढाई दशक पुराने किले को ढहा कर नया इतिहास रच दिया। साठ सदस्यीय विधानसभा की 59 सीटों पर चुनाव हुए थे जिनमें भाजपा ने इस बार चौंकाने वाला प्रदर्शन करते हुए अकेले 34 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है और एक सीट पर वह आगे चल रही है। इस चुनाव मेें उसकी सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) को आठ सीटों पर जीत मिली है। इस तरह भाजपा गठबंधन को विधानसभा में दो-तिहाई से अधिक बहुमत मिला गया है। भाजपा की इस जीत से राज्य में 25 वर्ष से चले आ रहे माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के शासन का अंत हो गया है। पिछले चुनावों में 50 के आस-पास जीतने वाला वाम मोर्चा इस बार 16 सीटों पर सिमट गया है। उसने 13 सीटों पर विजय हासिल की है और तीन पर उसके उम्मीदवार आगे हैं।
मेघालय में कांग्रेस आगे
भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष विप्लव कुमार देव तथा पार्टी के विधायक सुदीप राय बर्मन क्रमश: बनमालीपुर और अगरतला सीटों पर आगे हैं। मेघालय में कांग्रेस एक सीट जीत चुकी है और 21 सीटों पर आगे चल रही है। नेशनल पीपल्स पार्टी एक सीट जीत चुकी है और 19 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। पीपल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट और भाजपा 2 सीटों पर आगे चल रहे हैं। मुख्यमंत्री मुकुल संगमा सोंगसाक सीट पर जीत गए हैं।
नागालैंड में भाजपा की अगुवाई वाला गठबंधन आगे
राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 फरवरी को चुनाव कराया गया था। मेघालय की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 59 सीटों पर 27 फरवरी को मतदान हुआ था। नॉर्दन अंगामी-दो सीट से एनडीपीपी के प्रमुख नीफियू रियो निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। नगालैंड में एनडीपीपी 13 और सहयोगी भाजपा पांच सीटों पर आगे हैं। नेशनल पीपुल्स पार्टी और जनता दल यू भी दो-दो स्थानों पर आगे चल रहे हैं। राज्य 60 सदस्यीय विधानसभा की 59 सीटों के लिए गत 27 फरवरी को चुनाव हुए थे। एनडीपीपी के प्रमुख नेफियू रियो उत्तरी अंगामी 2 सीट से निॢवरोध निर्वाचित हो गए, इसलिए सीट पर चुनाव नहीं लड़ा गया।

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