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हाईस्कूल शिक्षक नियुक्ति रिजल्ट: जाने, रिजल्ट नहीं निकलने का सच

रांची। झारखंड में होने वाले 17572 हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का रिजल्ट नहीं निकलने से अभ्यर्थी परेशान हैं। परीक्षा के छह माह बीत जाने के बाद भी रिजल्ट जारी नहीं हो सका है। जबकि परीक्षा का फाइनल आंसर की जनवरी के अंतिम सप्ताह और भौतिकी-गणित का आंसर फरवरी के पहले सप्ताह में ही जारी कर दिया गया था। फाइनल आंसर देने के इतने दिन बीत जाने के बाद भी रिजल्ट का नहीं निकलना अभ्यर्थियों को दुविधा में डाल रखा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि एक तो रिजल्ट में देर हो रही है, दूसरी ओर बिचौलियों को ज्यादा समय मिलने से अभ्यर्थियों को ठगने का समय मिल जा रहा है।

हलांकि नियुक्ति के नाम पर हो रहे दलाली से भी बचने के लिए जेएसएससी ने अभ्यर्थियों को सर्तक कर दिया है। जेएसएससी ने अभ्यर्थियों को किसी के झांसे में ने पड़ने की सलाह दी है। इस बाबत मीडिया में कई बार नोटिस भी दिया गया है। इतने समय के बाद भी रिजल्ट नहीं निकलने के कारणों की जब छानबीन की गई तो कई बात सामने आई।

1. अर्थशास्त्र की परीक्षा का रद्द होना

ज्ञात हो कि 12 नवंबर 2017 को हुए अर्थशास्त्र की परीक्षा तकनीकी कारणों से रद्द कर दी गई थी। परीक्षा गोड्डा और गिरीडीह जिले की रद्द की गई थी। इसके बाद एक अप्रैल को पुन: परीक्षा ली जा रही है। आयोग चाहता है कि अर्थशास्त्र की रिजल्ट के साथ ही सभी विषयों का परीक्षाफल जारी किया जाये। जिससे कि बाकी की सभी प्रक्रियाएं साथ चले और ज्वाइनिंग सभी विषयों में एक साथ हो।

2. स्थानीय नीति में बदलाव के संकेत
राज्य के 11 गैर अनुसूचित जिलों में भी अनुसूचित जिलों के तर्ज पर जिला के ही लोगों को नौकरी देने की मांग की जा रही है। इसपर राज्य सरकार ने एक उच्च स्तरीय कमिटी बनायी है। यह कमिटी छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उड़िसा सहित अन्य पड़ोसी राज्यों की स्थानीय नीति का आंकलन कर सरकार को रिर्पोट सौंपेगी। उसके बाद स्थानीय नीति में कोई बदलाव करने पर कैबिनेट फैसला ले सकता है। हलांकि कमिटी ने पड़ोसी राज्यों के स्थानीय नीति का आंकलन कर अपना रिपोर्ट तैयार कर लिया है। जेएसएससी और जेपीएससी के अधिकारियों के साथ बैठक भी हो चुकी है। लेकिन फाइनल रिर्पोट सरकार को नहीं मिल सका है।

सूत्रों की माने तो फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही रिजल्ट जारी किया जायेगा। सूत्रों का यह भी कहना है कि कमिटी जानबूझ कर रिपोर्ट में देरी कर रही है, क्योंकि निकाय चुनाव सामने है। ऐसे समय में सरकार और कमिटी किसी भी तबके को नाराज नहीं करना चाहती है।

3. सर्टिफिकेट की जांच
जेएसएससी के सूत्रों की माने तो रिजल्ट का मेरिट लिस्ट लगभग तैयार है। अभ्यर्थियों द्वारा ऑनलाइन जमा सर्टिफिकेट की जांच जारी है। 80 फिसदी अभ्यर्थियों का सर्टिफिकेट जांच किया जा चुका है। बाकी 20 प्रतिशत अभ्यर्थियों का भी जल्द पूरा हो जायेगा। साल 2013-14 में हुए प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक नियुक्ति में मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद सर्टिफिकेट की जांच की गई थी, जिसमें काफी अभ्यर्थियों का सर्टिफिकेट फर्जी निकला था और सीटें खाली रह गई थी। जेएसएससी किसी भी तरह का कोई रिस्क लेना नहीं चाहता है। जेएसएससी चाहता है कि विज्ञापन में निकले सभी 17572 पदों पर मेरिट अभ्यर्थियों की बहाली करना चाहता है।

जेएसएससी के सूत्र की माने तो अप्रैल के अंतिम या मई के पहले सप्ताह में हाई स्कूल परीक्षा का परिणाम जारी कर दिये जाने की संभावना है। इसके बाद जिलावार पदों के अनुसार दोगुना अभ्यर्थियों को ओरिजनल सर्टिफिकेट लेकर वेरिफिकेशन के लिए बुलाया जायेगा। सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के बाद सर्टिफिकेट का सत्यापित एक कॉपी आयोग में जमा करा लिया जायेगा और वह सर्टिफिकेट संबंधित शिक्षण संस्थानों को जांच के लिए भेजा जायेगा। जांच पूरी होने के बाद पुन: फाइनल मेरिट लिस्ट बनाया जायेगा। इसके बाद संबंधित जिलों के शिक्षा विभाग को नियुक्त होने वाले शिक्षकों का नाम भेजकर ज्वाइनिंग कराया जायेगा। सूत्र की माने तो यह सब प्रक्रिया करने में लगभग जून तक का समय लग जायेगा। यानी कि अभ्यर्थियों की ज्वाइनिंग जून केअंत में अथवा जुलाई माह में संभव है।





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