झारखंड वित्त सेवा के अध्यक्ष शिवचंद्र और महासचिव बने अखिलेश
अध्यक्ष शिवचंद्र भगत |
गोपाल कृष्ण तिवारी बने संरक्षक
सर्वसम्मति से रिटायर अधिकारी गोपाल कृष्ण तिवारी को संरक्षक मनोनीत किया गया। रामचंद्र प्रसाद वर्णवाल और राणा प्रताप राव को
उपाध्यक्ष बनाया गया। प्रमोद कुमार सिन्हा को संगठन सचिव, विष्णु देव भगत को
कोषाध्यक्ष, सतीश कुमार सिंह को उप
कोषाध्यक्ष बनाया गया। राजेश कुमार, स्वामीनंदन, सारिका भगत, अभिषेक कुमार पांडेय को संयुक्त सचिव बनाया गया। नई केंद्रीय कार्यकारिणी
में कई सदस्यों का मनोनयन किया गया। इसमें गौरी शंकर कपरदार, प्रदीप कुमार, सीएल शर्मा, केके मिश्रा, अनीता शर्मा, बृजेश कुमार, भीम प्रसाद, अनुप गौरव, उज्जवल चौरसिया, अशेष चौधरी, रितेश कुमार सिंह, रीना सिंह, प्रेम आरसेन कुजूर, मोनिका सिन्हा, अनिर्बान आईच, सुनील सिन्हा, सारिका गाड़ी, विनय शंकर, आशुतोष कुमार, गालिब अंसारी, अनंत मिश्रा हैं।
महासचिव अखिलेश शर्मा |
सभा में इनपर चर्चा,
ये मांग की
सभा में संघ की ज्वलंत
समस्याओं पर भी विचार-विमर्श किया गया। सदस्यों ने मांग की कि हर स्तर के रिक्त पदों को
प्रोन्नति से शीघ्र भरा जाए। जीएसटी की कर प्रणाली के अनुरूप तेलांगना, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों की भांति पदों का उन्नयन हो। पदाधिकारियों
की सेवा संपुष्ट करते हुए प्रोन्नति दी जाए। वित्त सेवा संवर्ग में स्वीकृत बल
386 के विरुद्ध कार्यरत बल 208 है। छदम नामी या बेनामी परिवाद पर कार्रवाई नहीं हो।
मुख्यालय में पदस्थापित वित्त सेवा के पदाधिकारियों को सचिवीय पद और शक्ति प्रदान
किया जाए। दूसरे संवर्ग के पदाधिकारियों को वाणिज्य कर मुख्यालय में पदस्थापित नहीं
किया जाए। क्षेत्रीय कार्यालय में तृतीय और चतुर्थ वर्ग के रिक्त पदोंको शीघ्र भरा
जाए। राज्य के सभी राजस्व संग्रहण के पदों पर वित्त सेवा संवर्ग के पदाधिकारियों
की नियुक्ति हो। जैसे-परिवहन विभाग, सभी विभागों के वित्तीय सलाकार, विश्वविद्यालयों के मुख्य लेखा पदाधिकारी आदि।
दूसरे संवर्ग के पदाधिकारियों
के लिए किए जा रहे पदों के सृजन के प्रयास पर रोष व्यक्त करते हुए इसकी कटु निंदा
की गई। सदस्यों ने अपनी मांगों की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, वित्त सचिव, कार्मिक सचिव और वाणिज्यकर सचिव से मिलकर ज्ञापन देने का निर्णय हुआ।
दिवंगत सदस्यों को शोक प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि दी गई। केके मिश्र ने धन्यवाद
दिया।
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