नवविवाहित जवानों के लिए बनेगा 190 गेस्ट हाउस
जवान परिवार को कम समय दे पाते हैं
केके शर्मा ने कहा, "गृह मंत्रालय ने हाल ही में 186 बटालियन के लिए अलग-अलग लोकेशन पर 15 स्टूडियो अपार्टमेंट जैसी सुविधाएं देने के प्रस्ताव को मंजूदी दी है।जवानों की ड्यूटी काफी कठोर है और उन्हें नौकरी का अधिकांश हिस्सा परिवार से दूर अकेले गुजारना होता है। एक जवान को औसतन 2.5 महीने का समय परिवार के साथ बिताने के लिए दिया जाता है। इस तरह 30 साल की नौकरी में वह 5 साल ही परिवार के साथ गुजार पाता है। जवान अपने परिवार को ज्यादा समय दे सकें, इसके लिए गेस्ट हाउस बनाने का निर्णय लिया गया है।"
नवविवाहितों को प्रथमिकता दी जाएगी
शर्मा ने कहा, "नव विवाहित जवानों को परिवार से दूर रहने में ज्यादा तकलीफ होती है। ऐसे में गेस्ट हाउस और कमरों के अलॉटमेंट में उन्हेंप्राथमिकता दी जाएगी। वहीं, जो जवान बच्चों की छुटि्टयों के दौरान पत्नी और बच्चों को पोस्टिंग लोकेशन पर बुलाना चाहेंगे, उन्हें भी वरीयता देंगे।''
बाहर रहने की इजाजत पर विचार
शर्मा ने कहा, "फोर्स जवानों को बैरक से बाहर किराए के कमरों में रहने की इजाजत देने के लिए प्रस्ताव बनाने पर विचार कर रहा है। यह सुविधा पाकिस्तान और बांग्लादेश बॉर्डर की उन लोकेशन पर दी जाएगी, जहां जवानों के लिए कोई खतरा न हो।"
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