कृषि सचिव ने तीन जिलों में वेतन रोके रखने का दिया निर्देश
रांची। कृषि सचिव पूजा सिंघल ने कहा कि
मृदा स्वास्थ्य कार्ड के निर्धारित लक्ष्य को शत प्रतिशत पूरा करें। कार्ड का
वितरण किसान चौपाल के माध्यम से सुनिश्चित करें। वह पांच अप्रैल को रांची के
समेति सभागार में समीक्षा बैठक कर रही थी। उन्होंने लोहरदगा, सिमडेगा और गुमला की प्रगति संतोषजनक नहीं
रहने पर चेतावनी दी। शत प्रतिशत कार्ड का वितरण होने तक वेतन रोके रखने का आदेश
दिया। नये मृदा परीक्षक के लिए आर्या,
कृषक मित्र का चयन करते हुए 13, 14 और 15 अप्रैल की तारीख निर्धारित कर
मृदा परीक्षक से मिट्टी नमूना जांच के लिए प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया। उन्होंने
कहा कि सभी संयुक्त कृषि निदेशक अपने-अपने प्रमंडल में इस योजना को सफल बनाएं।
सचिव ने कहा कि इस माह लगनेवाले कृषि
चौपाल में अधिक से अधिक किसानों का फार्म प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए
भरवाने का निर्देश दिया। गत वित्तीय वर्ष में बीमा किसानों की क्षतिपूर्ति का लाभ
चौपाल में सुनिश्चित कराने का निर्देश सचिव ने दिया।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के
संदर्भ में सचिव ने कहा कि सभी पदाधिकारी अपने-अपने जिलों में ड्रीप और स्प्रींकलर
एरिगेशन सिस्टम लगाने के लिए अधिक जरूरत वाले क्षेत्रों को चुने। राम कृष्ण मिशन
आश्रम द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों को दिखाने के लिए किसानों को ले जाने को कहा।
सभी पदाधिकारी को इसका एक शिड्यूल बनाने को कहा, ताकि उसी अनुरूप अपने-अपने जिलों में काम किया
जा सके।
झारखंड
कृषि विकास निगम लिमिटेड द्वारा बीज लेने का काम किया जा रहा है। इसकी समीक्षा के क्रम
में सचिव ने सिमडेगा, लोहरदगा, खंटी और गुमला की प्रगति पर असंतोष जताया।
उक्त जिले के जिला कृषि पदाधिकारी को चेतावनी दी। निर्देश दिया कि अगले 20 दिनों में
उनके जिले में बीज उत्पादन का न्यूनतम 30 प्रतिशत की अधिप्राप्ति सुनिश्चित करेंगे।
सचिव ने निर्देश दिया कि सभी जिला कृषि पदाधिकारी अपने-अपने जिले में एक-एक बीज ग्राम
का चयन कर उसे इंटरपेन्योर के रूप में विकसित करें।
उर्वरक
और बीज की समीक्षा के क्रम में उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि
अपने-अपने जिलों में उर्वरक के थोक विक्रेताओं से खुदरा विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं
से पंचायत/ग्राम की टैगिंग करें। जिले में उपलब्ध होने वाले रासायरिक उर्वरक पर निगरानी
रखें। निर्धारितदर पर खाद की उपलब्धता किसानों के बीच ई पीएसओ मशीन के माध्यम से
सुनिश्चित कराएं। उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करें। निजी बीज विक्रेताओं
के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण जिला कृषि पदाधिकारी करेंगे। गुणवत्तायुक्त बीज की
उपलब्धता किसानों को सुनिश्चित कराएं। इसके लिएि समय-समय पर बीज नमूना लेकर जांच प्रयोगशाला
में कराएं। मौके पर विशेष कृषि सचिव शुभ्रा वर्मा, कृषि निदेशक रमेश घोलप सहित
अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
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