कुरमी महाजुटान की तैयार में प्रदेश भर में हो रही सभा
गोड्डा। अनुसूचित जनजाति में शामिल
करने को लेकर प्रस्तावित 29 अप्रैल की कुरमी/कुड़मी महाजुटान को सफल बनाने के
लिए पूरे प्रदेश में नेउता जुटान का कार्यक्रम हो जा रहा है। इस क्रम में गोड्डा
पहूंचे महाजुटान के केंद्रीय संयोजक पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो ने पांच अप्रैल को
पथरा गोड्डा में कार्यक्रम किया। इसकी अध्यक्षता जिला संयोजक मंडली के कालीचरन
महतो ने किया। मंच संचालन जिला संरक्षक मंडली के केपी महतो ने की। नेउता सभा की
शुरूआत स्वतंत्रता आंदोलन के योद्धा वीर शहीद रघुनाथ महतो की चित्र पर माल्यार्पण कर
हुआ।
मुख्य अतिथि शैलेंद्र महतो ने कहा कि
यह आंदोलन अपने निर्णायक प्रक्रिया में अग्रसर है। यह आंदोलन किसी जाति के खिलाफ
नही है। कुरमी-कुड़मी जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने की लड़ाई है। हमारी
सामाजिक, सांस्कृतिक,
बुनियाद में आदिवासियत है। हमारी मांग आजादी के बाद से ही है कि सरकार अपना भूल
सुधार करते हुए गुसटीधारी कुरमी/कुडमी महतो को प्रीमिटीब ट्राइब की तरह एसटी में
सूचीबद्ध करे। इसके समर्थन में झारखंड के 42 विधायक का हस्ताक्षर मांग पत्र मुख्यमंत्री को
सौप गया है।
संताल परगाणा के कुरमी/कुडमी समाज के
संयोजक व महाजुटान के प्रमंडल प्रभारी संजीव कुमार महतो ने कहा कि आज तक शिक्षा के
क्षेत्र में पिछड़े हैं। सरकारी नौकरियों में भी पिछड़ा है। जिला संरक्षक मंडली
सदस्य केपी महतो ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि हम अपने सामाजिक अधिकार और पहचान
की लड़ाई का मोर्चा संभाले। संताल परगणा में भी 7 से 8 विधानसभा समेत गोड्डा लोकसभा में
निर्णायक संख्या हमारी जनजाति की है। मौके पर महाजुटान के जिला संयोजकों में रजनीकांत
महतो, अविनाश पटेल, दयानंद भारती, धनंजय महतो, राजकपूर
महतो (पूर्व विधायक पुत्र), दिनेश महतो, पवन महतो, उमेश
महतो, जिला संरक्षक मंडली के आशुतोष महतो, धनंजय महतो, श्यामलाल महतो, अवनीकांत
महतो, जगन्नाथ महतो, देवेन्द्र
महतो, धर्मेन्द्र महतो, हरि
महतो, उमेश
महतो, दीपक महतो, मुखलाल महतो, विकास महतो, केदार
महतो आदि उपस्थित थे।
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