जवानों ने बीएयू में सीखी बागवानी की तकनीक
रांची। भारतीय सेना के जवानों ने कृषि की
तकनीकी सीखी। रामगढ़ कैंट स्थित पंजाब रेजिमेंटल सेंटर के 27 जवानों ने 18 अप्रैल को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के
तकनीकी पार्क का भ्रमण किया। बागवानी से संबंधित खेती की तकनीकों को जाना। इस
तकनीकी पार्क में जवानों ने ग्लेडूलस, गुलाब, जरबेरा और गेंदा फूल की खेती के बारे
में जानकारी ली। साथ ही, ग्रीष्मकालीन सब्जियों में लौकी,
नेनुआ, झींगी, भिंडी आदि की वैज्ञानिक तकनीक से जैविक खेती के तरीकों को जाना। पॉली
हाउस में व्यावसायिक खेती के महत्त्व के अलावा फूल और सब्जियों की खेती की जानकारी
उद्यान वैज्ञानिकों ने दी। जवान मूलतः हिमाचल प्रदेश, पंजाब एवं
हरियाणा के हैं। इन राज्यों में उपजाऊ खेती भूमि को देखते हुए जवानों को उन्नत
कृषि तकनीकी की जानकारी दी जा रही है।
सूबेदार देशराज ने बताया कि प्रधानमंत्री
विकास योजना के अधीन रेजिमेंट के द्वारा जैविक उत्पादक पाठ्यक्रम चलाया जा रहा है।
इसमें जवानों के लिए सेवानिवृति के बाद जैविक खेती के माध्यम से स्वरोजगार के लिए सात
सप्ताह का पाठ्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी योजना के अधीन जवानों को विश्वविद्यालय
द्वारा विकसित की गई नवीनतम तकनीकों की जानकारी दी जा रही है। भ्रमण में हवालदार
मनोज और उद्यान विभाग के अभय कुमार ने सहयोग किया। भारतीय सेना के जवानों में खेती के प्रति
उत्साह की कुलपति डॉ परविन्दर कौशल ने सराहना की है। जवानों को सभी प्रकार की कृषि
तकनीकी मदद दिए जाने पर बल दिया। जवानों द्वारा विश्वविद्यालय के तकनीकी पार्क के
भ्रमण के अवसर पर उन्होंने उक्त बातें कही।
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