जनता के सवाल का नहीं मिल रहा जवाब
![]() |
| शहर के बीचोबीच प्रखंड मुख्यालय के सामने नाली जाम और टूटी फूटी सड़क दिखाते स्थानीय लोग |
अभी गर्मी शुरू नहीं हुई है। हालांकि पानी की परेशानी
अभी से शुरू हो गई है। शहरी जलापूर्ति व्यवस्था ठीक हो पाएगी क्या। बिजली की स्थिति
बहुत ही खराब है। जिले में आठ घंटे
भी तो मिल जाये 24 घंटे तो दूर की बात है। होल्डिंग टैक्स में मनमानी हो रही है। वसूली
की कोई सीमा ही नही है। इसपर शिकंजा कसा जाएगा। प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर
पच्चीस से पैतालीस हजार रुपये तक हजम कर जाना आम बात है। एक मुहर या साईन कराने के
लिए भी पैसे देने पड़ रहे हैं।
![]() |
| नदी ढोंढा को अतिक्रमण कर कचरा डम्प किया जा रहा आदिवासियों का भुईहरी जमीन |
कचरा प्रबंधन के नाम पर हजार की जमीन लाखों में
खरीदारी की जा रही है। सफाई के नाम पर टैक्स नगरवासी से वसूला जाता है। खाली जमीन
देख कचरा फेंकवा दिया जा रहा है। व्यवस्थित ढंग से इसका निपटान कब तक होगा। लोगों
का कहना है कि आज चुनाव सिर पर होने पर जनता दिखाई दे रही है। चुनाव जीतने के बाद पांच
साल तक जनता की याद नहीं आती है। विक्टोरिया टैंक, ठकुराईन
तालाब, शौचालय, कॉलेज की याद अभी आ रही है।


No comments