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सोशल अॉडिट जांच में जगन्नाथपुर पंचायत में निकला बड़ा घोटाला


  • कागज पर बन गये तलाब, नहीं मिली मजदूरों को मजदूरी, जॉब कार्ड से निकल गई लाखों रूपये
  •  जगन्नाथपुर पंचायत में मनरेगा के तहत हुए 61 योजना पर कार्य, समाजिक अंकेक्षण करने जांच दल को मिली मात्र 12 योजनाएं की दस्तावेज
  •  पंचायत समिति सदस्य पवन सिंह को नजर अंदाज कर हुई फर्जी ग्रामसभा
  •  बीडीओ ने पंचायत समिति सदस्य पवन सिंह के नेतृत्व में जनसुनवाई कराने का जारी किया आदेश
जगन्नाथपुर। जगन्नाथपुर अनुमंडल के प्रखंड मुख्यालय जगन्नाथपुर के 15 वार्ड में मनरेगा व 14 वें वित्त आयोग के तहत पंचायत के विकास के लिए पंचायत के मुखिया मद से किये गये योजनाओं कि जांच के लिए ग्रामीण विकास विभाग झारखंड सरकार द्वारा चौदह सदस्य समाजिक अंकेक्षण जांच दल भेजा गया है। इस जांच में सोशल अॉडिट के सदस्यों को जगन्नाथपुर पंचायत में 14 फाईनेंस के तहत किन किन योजनाओं पर रूपये खर्च कि गई और मनरेगा के तहत कितने योजना को पुरा किया गया। मनरेगा योजना के तहत होने वाले योजनाओं में कितने जॉब कॉर्डधारियों को मजदूरी भत्ता दिया गया है।

इन सब कार्यो को सोशल अॉडिट के सदस्यों द्वारा 25 जनवरी से पुरे पंचायत में खंगाला जा रहा है। जबकि  ग्रामीण विकाश विभाग द्वारा जांच दल के बीआरपी प्रखंड़ रिर्सोस पर्सन मेघराय सोरेन को मनरेगा के कुल 61 योजनाओं का जांच करने को दस्तावेज दिये गये है, लेकिन पंचायत के रोजगार सेवक के द्वारा मात्र 12 योजना का ही दस्तावेज जांच दल के बीआरपी श्री सोरेन को दी गई है।

 श्री सोरेन को मात्र 12 डोभा र्निमाण का दस्तावेज दिया गया है। उसमें भी ब्यापक रूप से मजदूरों का मजदूरी घोटाला हुआ है। जबकि सड़क, तालाब, आंगनबाड़ी, नाडेफ, बकरी शेड व मुर्गी शेड आदि योजना पर भी काम हूई है और पैसे निकाले गयें है। लेकिन इन योजनाओं का दस्तावेज नहीं दिया गया है। पंचायत सेवक सह जनसेवक व रोजगार सेवक द्वारा और ना ही पंचायत के मुखिया व प्रखंड के सबंधित अधिकारी भी सहयोग नहीं किये है। बताया गया राजा पुरती और एक अन्य दो जगह तालाब का निर्माण हुआ है वह भी आधा अधुरा है तथा मजदूरों से काम कराने के बजाय जेसीबी मशिन चलाया गया है, लेकिन मजदूरों का जॉब कार्ड से पैसे कि निकासी कर ली गई है और अधुरा तालाब को पूर्ण कर दिया गया है। इसी तरह सड़क का निर्माण भी कागज पर पुरी कर ली गई है।

इन क्षेत्रों में हुई योजनाओं कि जांच
डिपासाई, दिगनुसाई, मातिसाई,खास जगन्नाथपुर आदि गांवों मे योजनाओं कि जांच की गई।

कागज पर ही बन गया ग्रामसभा
पंचायती राज के तहत पंचायतो में विकास योजनाओं कि सहमति के लिए गांव के ग्रामीण, लाभुक, वार्ड सदस्य, मुखिया व पंचायत समिति सदस्य के साथ बैठक कर करना है ग्रामसभा। लेकिन आज तक पंचायत के पंचायत समिति सदस्य पवन कुमार सिंह को किसी भी ग्रामसभा में नहीं बुलाई गई। बगैर पंचायत सचिव की सहमति पर योजनाओं कि सहमति बन गई। यह बात तब जगजाहिर हुई जब अचानक सोशल अॉडिट के सदस्य पंसस व ग्रामीणों के बीच पहुंची।

डीपासाई के आमबगान में लगेगी शोशल अॉडिट की जनसुनवाई 31 को
समाजिक अंकेक्षण के द्वारा किया गया योजनाओं का जांच और जांच में मिलि शिकायत पर विभाग के सबंधित अधिकारी, मुखिया, रोजगार सेवक, जनसेवक सह पंचायत सेवक व जेईई आदि पर कार्रवाई के लिए ग्रामीणों के समक्ष शिकायतकर्ता रखेगें। अपनी शिकायत और दोषियों के विरुद्ध अॉन स्पार्ट होगी जनसुनवाई का फाईल तैयार। जगन्नाथपुर पंचायत भवन में हुई शोशल अॉडिट जांच दल के बीआरपी ने कि ग्रामीणों के साथ ग्रामसभा. जनसुनवाई में आने को कहा है।

क्या कहते है बीआरपी
इस सबंध में कहा गया 25 जनवरी से 31 जनवरी तक हुई सोशल आडिट के तहत जितने भी मामले सामने आये है। उनमें व्यापक गड़बड़िया हुई है। कही बगैर एमबी बुक के पैसे निकाल लिये गये तो कहीं मजदूरों कि मजदूरी भी मार ली गई है। कही कागज पर ही तालाब, सड़क जैसी योजना पुरी कर दी है। बगैर ग्रामसभा के ही योजना पारित हो गया। सभी रिपोर्ट तैयार है। मुखिया द्वारा भी कई गड़बड़ी कि गई है। बुधवार को जनसुनवाई में सभी घोटाले के मामलें सामने आ जायेगी।
                                             मेघराम सोरेन, प्रखंड रिर्सोस पसर्न (बीआरपी)

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