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प्रकृति की गोद में रहना है तो आएं खैराबेरा


पुरूलिया। चारों ओर हरियाली। तीन तरफ पहाड़। सामने डैम। दिनभर चिडि़यों की चहचहाहट। गाडि़यों का शोरगुल नहीं। शांत वातावरण। कुछ ऐसा ही नजारा है खैराबेरा के इको एडवेंचर कैंप का। प्रकृति के गोद में रहना हो तो यहां आएं। झारखंड की राजधानी रांची से यह 115 से 120 किलोमीटर की दूरी पर है। कोलकाता से 400 किलोमीटर। ट्रेन और व्‍हेकिल दोनों से यहां आ सकते हैं। ट्रेन से आने के लिए पुरुलिया, बड़ाभूम, झालदा और मुरी स्‍टेशन उतरना होगा। फिर वहां से गाड़ी का सहारा लेना होगा।
ये है रहने की व्‍यवस्‍था
कैंप के सीनियर एक्‍सक्‍यूटिव (ऑपरेशन) अब्‍दुल हमीद के मुताबिक यहां तीन कॉटेज और चार टेंट हैं। सभी में एसी, फ्रिज, बाथरूम की सुविधा है। दो व्‍यक्तियों के लिए यह है। हालांकि तीन भी रह सकते हैं। एक का अतिरिक्‍त चार्ज लगेगा। मिनरल वाटर और चाय कंप्‍लीमेंटरी है। टेंट में तीन सुपरियर, दो डिलक्‍स और दो स्‍टैंडर्ड है। इसका चार्ज भी उसी हिसाब से है। फैमिली के लिए एक स्‍वीट है। उसमें दो रूम, एक बरामदा और एक बाथरूम है। कुल 32 लोगों के रहने की सुविधा यहां है।
आसपास है डैम-फॉल्‍स
कैंप के बुद्धदेव हंस बताते हैं कि आसपास के 80 किलोमीटर के रेडियश में डैम और फॉल्‍स हैं। यहां आने वाले पर्यटक इसे जरूरत देखना चाहते हैं। अपर डैम-लोअर डैम, हिल टॉप, टुर्गा फॉल्‍स और वामिनी फॉल्‍स है। इसके साथ ही छऊ नृत्‍य का मुखौदा बनाने के लिए प्रसिद्ध चरिदा विलेज है। यहां इसे बेचा भी जाता है।
ये सुविधा भी यहां
कैंप के सामने स्थित तालाब में वोटिंग की सुविधा है। सितंबर से मार्च तक वोटिंग होती है। यहां का पानी करीब 60 फीट गहरा है। कैंप में गिफ्ट शॉप है। यहां आदिवासी और छऊ मुखौटा मिलता है। सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी लगा है। इसके अलावा निजी सुरक्षा गार्ड रहते हैं। अबाधित बिजली आपूर्ति के लिए जेनरेटर लगा हुआ है।
यहीं की सब्‍जी
यहां आने वाले पर्यटकों को कैंप की जमीन में उगाई गई सब्‍जी ही भोजन में परोसा जाता है। श्री हमीद के मुताबिक हर तरह की सब्‍जी यहां उगाई जाती है। पूरी तरह से ये ऑर्गेनिक होते हैं। इसका स्‍वाद ही अलग होता है। मांस में भी देशी नस्‍ल को परोसा जाता है। वह बताते हैं कि सालों भर पर्यटकों का यहां आना लगा रहता है। हालांकि सितंबर से मार्च के बीच अधिक भीड़ होती है।
स्‍थानीय युवक को नौकरी
कैंप खुलने के बाद यहां के स्‍थानीय युवकों को भी नौकरी दी गई है। उन्‍हें उनके पारंगत कामों में लगाया गया है। कुछ युवकों को ट्रेनिंग देकर विशेष काम में लगाया गया है।

बुकिंग के लिए यहां करें संपर्क : रुमेला चौधरी, 9830169694

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