सोमनाथ की तरह विकसित होगा काशी विश्वनाथ मंदिर
नई दिल्ली। अब जल्दी ही काशी विश्वनाथ मंदिर से लेकर गंगा घाट तक बाबा के दरबार का प्राचीन भव्य रूप अस्तित्व में आ जाएगा। इससे जोड़कर एक सुसज्जित आनंद वन क्षेत्र भी विकसित होगा। काशी विश्वनाथ मंदिर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर संवारने का संकल्प डीरेका के मंच से जताने के अगले दिन ही राज्य सरकार ने इसके लिए 650 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दे दी। इसके तहत दर्शनार्थियों के लिए समस्त आवश्यक सुविधाएं विकसित होंगी। श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के साथ ही अपना समय भी बिता सकेंगे। पीएम का यह ड्रीम प्रोजेक्ट होने के चलते इस पर काम भी बहुत तेजी से शुरू हो गया है।
यहां तक कि इस प्रोजेक्ट को मूर्त रूप देने के लिए पीएमओ ने डेडलाइन 20 अप्रैल तय कर दी है। अधिकारी इस पर दिन रात काम करने में जुट गए हैं। इस कार्य को पूरा करने के लिए कई विभागों के अधिकारियों को जोड़ा जा रहा है। इस महत्वाकांशी योजना के तहत मंदिर को सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर पूरे लाल पत्थरों से नागर शैली में तैयार किया जाएगा। इसके लिए काशी विश्वनाथ मंदिर से गंगा घाट तक पूरा क्षेत्र अधिगृहीत किया जाएगा। इसमें मंदिर का सीधा संपर्क गंगा घाट से होगा।
यहां तक कि इस प्रोजेक्ट को मूर्त रूप देने के लिए पीएमओ ने डेडलाइन 20 अप्रैल तय कर दी है। अधिकारी इस पर दिन रात काम करने में जुट गए हैं। इस कार्य को पूरा करने के लिए कई विभागों के अधिकारियों को जोड़ा जा रहा है। इस महत्वाकांशी योजना के तहत मंदिर को सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर पूरे लाल पत्थरों से नागर शैली में तैयार किया जाएगा। इसके लिए काशी विश्वनाथ मंदिर से गंगा घाट तक पूरा क्षेत्र अधिगृहीत किया जाएगा। इसमें मंदिर का सीधा संपर्क गंगा घाट से होगा।
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