मंत्री ने किया विश्व स्तरीय शैल चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन
हजारीबाग। राजस्व, निबंधन, भूमि सुधार, पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के मंत्री अमर कुमार बाउरी ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय में एक माह चलने वाले विश्व स्तरीय शैल चित्र प्रदर्शनी 'रॉक आर्ट' का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अमर कुमार बाउरी ने कहा कि शैल चित्र लोगों के विचारों का प्रकटीकरण करता है। इसके माध्यम से हमारी समृद्ध कला के अतीत की जानकारी मिलती है। इसके माध्यम से हम आगे सुधार कर पाते हैं। दामोदर घाटी सभ्यता शैल चित्रों के मामले में समृद्ध है। उन्होने इनके संरक्षण एवं पर्यटन के विकास के लिए प्रस्ताव बनाने का आग्रह मंत्री ने किया और इसको लागू किए जाने में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रमेश शरण ने कहा कि झारखंड में शैल चित्रों की भरमार है, इसे संरक्षित करने की जरुरत है। उन्होने विभावि में ट्राइबल आर्ट सेंटर खोले जाने के प्रस्ताव की जानकारी दी और कहा कि इस सेंटर में ऐसी संस्कृतियों को संरक्षित किया जा सकेगा। कार्यक्रम को इंदिरा गांधी नेशनल कल्चरल आर्ट के निदेशक डा आर के मल्ला, खेल निदेशक डा रणेन्द्र कुमार, प्रति कुलपति डा कुनूल कंडिर, कुलसचिव प्रो वंशीधर रुखैयार, डा गंगानाथ झा आदि उपस्थित थे।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रमेश शरण ने कहा कि झारखंड में शैल चित्रों की भरमार है, इसे संरक्षित करने की जरुरत है। उन्होने विभावि में ट्राइबल आर्ट सेंटर खोले जाने के प्रस्ताव की जानकारी दी और कहा कि इस सेंटर में ऐसी संस्कृतियों को संरक्षित किया जा सकेगा। कार्यक्रम को इंदिरा गांधी नेशनल कल्चरल आर्ट के निदेशक डा आर के मल्ला, खेल निदेशक डा रणेन्द्र कुमार, प्रति कुलपति डा कुनूल कंडिर, कुलसचिव प्रो वंशीधर रुखैयार, डा गंगानाथ झा आदि उपस्थित थे।
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