नव नियुक्त ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेटों को मिला योग प्रशिक्षण
रांची। ज्यूडिशियल एकेडमी में 2017 के नव नियुक्त ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेटों को योग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सत्यानंद योग मिशन के अध्यक्ष स्वामी मुक्तरथ ने बताया कि योग और शारीरिक प्रशिक्षण इनके कोर्स में शामिल है। इसके तहत नव नियुक्त न्यायिक अधिकारियों को जिनकी संख्या 55 है उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए शारीरिक और योग दोनों प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के आंरभ में उन्हें योग का महत्व और स्वामी सत्यानंद योग मिशन के बारे में विस्तार से बताया गया जिससे योग का महत्व उनके अन्त:करण में स्थापित हो सके। वर्तमान समय में जिस प्रकार की स्थितियां सामने आ रही है उसमें मन को शांत रखने के लिए योग सबसे अच्छा उपाय है।
स्वामी मुक्तरथ ने पहले दिन योग को तीन भाग में बताते हुए समझाया योगासन, प्राणायाम और ध्यान तीनों के सांमजस्य से व्यक्ति आंतरिक रूप से मजबूत हो जाता है। अधिकारियों को हस्त उत्तानासन, ताड़ासन, त्रियक ताड़ासन, त्रिकानासन, कटिचक्रासन, यौगिक क्रिया, नाड़ीशोधन आसन और प्राणायाम, अनुलोम-विलोम शंशकासन मकरासन भ्रामरी प्राणायाम एवं शिथिलकरण का अभ्यास कराया। साथ ही मनीष कुमार ने इस कार्यक्रम में सहयोग किया।
स्वामी मुक्तरथ ने पहले दिन योग को तीन भाग में बताते हुए समझाया योगासन, प्राणायाम और ध्यान तीनों के सांमजस्य से व्यक्ति आंतरिक रूप से मजबूत हो जाता है। अधिकारियों को हस्त उत्तानासन, ताड़ासन, त्रियक ताड़ासन, त्रिकानासन, कटिचक्रासन, यौगिक क्रिया, नाड़ीशोधन आसन और प्राणायाम, अनुलोम-विलोम शंशकासन मकरासन भ्रामरी प्राणायाम एवं शिथिलकरण का अभ्यास कराया। साथ ही मनीष कुमार ने इस कार्यक्रम में सहयोग किया।
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