बीएयू में पशु स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण
रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में चल रहा पशु स्वास्थ्य कर्मियों
के लिए दसदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शनिवार को खत्म हो गया। यह झारखंड ट्राइबल
डेवलपमेंट सोसाइटी (जेटीडीएस) की इकाई झारखंड आदिवासी सशक्तिकरण एवं आजीविका
परियोजना द्वारा प्रायोजित था। प्रशिक्षण में पूर्वी सिंहभूम, रांची और गुमला के 30 किसान
ग्रामीणों ने भाग लिया। उन्हें व्यावसायिक सूकरपालन, मुर्गीपालन और बकरीपालन की
वैज्ञानिक तकनीक की जानकारी दी गई। इन प्रशिक्षित ग्रामीणों को जेटीडीएस द्वारा
मानदेय के आधार पर पशु सखी, पशुमित्र और पशु स्वास्थ्यकर्मी के रूप में काम दिया
जाएगा।
बीएयू के कुलपति डॉ परविन्दर कौशल ने समापन सत्र में प्रशिक्षाणार्थियों को
प्रमाण पत्र दिया। कार्यक्रम का समन्वयन प्रशिक्षण प्रभारी डॉ आलोक कुमार पांडेय
ने किया। जेटीडीएस के निदेशक भुजेंद्र बास्की ने बताया कि सात बैच में राज्य के दस
जिलों के कुल 210 ग्रामीणों को प्रशिक्षण बीएयू के माध्यम से
दिया जाना है। यह आगामी जुलाई तक चलेगा। समापन समारोह में जेटीडीएस के अपर निदेशक
मनोज सिन्हा, मेनेजर (आजीविका) रमेश शंकर प्रसाद और बीएयू के अपर अनुसंधान निदेशक
डॉ सुशील प्रसाद भी उपस्थित थे।
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