Video Of Day

Latest Post

18 कॉलेजों पर MCI की गाज, 209 MBBS छात्र-छात्राओं को किया बाहर

नई दिल्ली। नियमों के विपरीत एमबीबीएस के कोर्स में एडमिशन के चलते पिछले साल हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को बाहर करने के बाद मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने अब 18 कॉलेजों के 209 छात्र-छात्राओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसमें सबसे ज्यादा 98 छात्र-छात्राएं जयपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एवं रिसर्च के हैं। एमसीआई ने राज्यों के चिकित्सा शिक्षा विभाग को इन छात्रों को दोबारा प्रवेश नहीं देने और राज्य मेडिकल काउंसिल को इनका रजिस्ट्रेशन नहीं करने के लिए भी कहा है।

सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर 2016 को आदेश दिया था कि मेडिकल कॉलेजों में प्रदेश के केंद्रीकृत काउंसलिंग के जरिये की जाए और छात्रों को नीट में उनके प्रदर्शन के आधार पर कॉलेज आवंटित किया जाए। हालांकि, इसके बावजूद कई निजी कॉलेजों ने छात्रों को सीधे प्रवेश दे दिया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए एमसीआई ने पिछले साल बारह सौ से अधिक एमबीबीएस के एडमिशन रद्द कर दिए थे। एमसीआई के सूत्रों के मुताबिक, 97 कॉलेजों ने अपने यहां प्रवेश की जानकारी देरी से भेजी थी, जिन पर अब कार्रवाई की गई है। सूत्रों ने बताया कि फरवरी में एमसीआई की निगरानी उप-समिति ने जांच के आधार पर इन छात्रों के एडमिशन रद्द करने की अनुशंसा की थी, जिस पर एमसीआई की कार्यकारी समिति ने अपनी मुहर लगा दी है।

सूत्रों के मुताबिक, जिन 209 छात्र-छात्राओं का प्रवेश रद्द किया गया है, उनमें से 150 छात्र-छात्राएं 2016-17 बैच के हैं। जबकि शेष 59 छात्र-छात्राएं 2017-18 बैच के हैं। सबसे अधिक 98 छात्र-छात्राओं के प्रवेश रद्द जयपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एवं रिसर्च से हुए हैं। वहीं, आंध्र प्रदेश के फातिमा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस से 50, पुणे के काशीबाई नवाले मेडिकल कॉलेज से 24 और वड़ोदरा के पारूल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस से 15 छात्र-छात्राओं को बाहर किया गया है। इनके अलावा शेष 14 मेडिकल कॉलेजों से एक से लेकर तीन विद्यार्थियों तक के प्रवेश रद्द हुए हैं।

No comments