स्मृति ईरानी ने 11 कलाकारो को दिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, 60 लोगों ने किया बहिष्कार
नई दिल्ली। आज केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने विज्ञान भवन में
65वां नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स का वितरण किया। इस अवार्ड समारोह में 75
कलाकारों को अवार्ड मिलने थे। लेकिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा मात्र
11 लोगों को अवार्ड मिलने की खबरे से तमाम कलाकारों ने इसका वहिष्कार कर
दिया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के न आने की वजह से केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी तमाम कलाकारों को सम्मानित किया। स्मृति ईरानी के साथ मंच खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी मौजूद रहे। इस दौरान 11 कलाकारों ने अवार्ड लिए जबकि अन्य लोगों ने अवार्ड से इनकार कर दिया।
इतना ही नहीं न कलाकारों ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का विरोध किया। विरोध देखते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस समारोह में जाने से जाने से मना कर दिया।
कलाकारों ने कहा कि उन्होंने गत शाम स्मृति ईरानी से इस मामले पर चर्चा की और उन्होंने इसका जवाब देने का वादा किया। उन्होंने पत्र में कहा कि हमारी शिकायत पर जवाब ना मिलने की परिस्थिति में हमारे पास समारोह से गैरमौजूद रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता।
पुरस्कार का बहिष्कार करने की हमारी मंशा नहीं है लेकिन हम अपनी असंतुष्टि से अवगत कराने के लिए समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं और इसका हल निकलने का इंतजार कर रहे हैं।
प्रेस सूचना ब्यूरो के अनुसार, विज्ञान भवन में आयोजित समारोह इस साल दो चरणों में होगा । पहले चरण में शाम चार बजे से पुरस्कार केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी एवं राज्य मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर प्रदान करेंगे। दूसरे सेट में पुरस्कार शाम साढ़े पांच बजे राष्ट्रपति प्रदान करेंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के न आने की वजह से केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी तमाम कलाकारों को सम्मानित किया। स्मृति ईरानी के साथ मंच खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी मौजूद रहे। इस दौरान 11 कलाकारों ने अवार्ड लिए जबकि अन्य लोगों ने अवार्ड से इनकार कर दिया।
इतना ही नहीं न कलाकारों ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का विरोध किया। विरोध देखते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस समारोह में जाने से जाने से मना कर दिया।
पुरस्कार कार्यक्रम एक घंटा रुकते हैं राष्ट्रपति
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के प्रेस सचिव अशोक मलिक इस मामले पर सफाई दी
और कहा कि राष्ट्रपति सभी पुरस्कार कार्यक्रमों और दीक्षांत समरोहों में
अधिकतम एक घंटे रूकते हैं। यह प्रोटोकाल उनके पदभार ग्रहण करने के समय से
ही चला आ रहा है। इस बारे में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को अवगत करा दिया
गया था।
कलाकारों ने जताई नाराजगी
कलाकारों ने इस मुद्दे पर फिल्म महोत्सव निदेशालय, भारत के राष्ट्रपति
कार्यालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जताई
है। उन्होंने कहा कि वे आखिरी क्षण में यह सुनकर ‘‘दुखी' हैं कि
राष्ट्रपति केवल 11 कलाकारों को पुरस्कार देंगे। बाकी लोगों को सूचना एवं
प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी पुरस्कार देंगी।पत्र में लिखा गया है कि यह भरोसे के टूटने जैसा लगता है, जब
अत्यधिक प्रोटोकॉल का पालन करने वाला एक संस्थान/समारोह हमें बिना पूर्व
सूचना दिए समारोह के इस महत्वपूर्ण आयाम की जानकारी देने में विफल रहता है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण लगता है कि 65 साल से चली आ रही परंपरा को एक पल में
बदला जा रहा है।कलाकारों ने कहा कि उन्होंने गत शाम स्मृति ईरानी से इस मामले पर चर्चा की और उन्होंने इसका जवाब देने का वादा किया। उन्होंने पत्र में कहा कि हमारी शिकायत पर जवाब ना मिलने की परिस्थिति में हमारे पास समारोह से गैरमौजूद रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता।
पुरस्कार का बहिष्कार करने की हमारी मंशा नहीं है लेकिन हम अपनी असंतुष्टि से अवगत कराने के लिए समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं और इसका हल निकलने का इंतजार कर रहे हैं।
प्रेस सूचना ब्यूरो के अनुसार, विज्ञान भवन में आयोजित समारोह इस साल दो चरणों में होगा । पहले चरण में शाम चार बजे से पुरस्कार केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी एवं राज्य मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर प्रदान करेंगे। दूसरे सेट में पुरस्कार शाम साढ़े पांच बजे राष्ट्रपति प्रदान करेंगे।
ये रही अवॉर्ड पाने वालों की पूरी लिस्ट:
- फिल्म फ्रेंडली स्टेट का स्पेशन मेंशन अवॉर्ड उत्तराखंड और जबकि सर्वश्रेष्ठ फल्मि अनुकूल प्रदेश का अवॉर्ड मध्यप्रदेश मिला
- सर्वश्रेष्ठ मानव-विज्ञान संबंधी फिल्म- नेम प्लेस एनिमल थिंग, स्लेव जेनेसिस
- सिनेमा में सर्वश्रेष्ठ आलोचक- गिरधर झा (स्वर्ण कमल)
- स्पेशल मेंशन- म्होरक्या (मराठी), हेल्लो अरसी (उड़िया), टेक ऑफ़ (मलयालम), न्यूटन (हिंदी )
- सर्वश्रेष्ठ लद्दाखी फिल्म- वाल्किंग विद द विंड
- सर्वश्रेष्ठ जसारी फिल्म- सिंजर
- सर्वश्रेष्ठ तुलु फिल्म- पद्दायी
- सर्वश्रेष्ठ ओडिया फिल्म- हेल्लो आरसी
- सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म- हेब्बेट रामाक्का
- सर्वश्रेष्ठ हिंदी फ़िल्म- न्यूटन
- सर्वश्रेष्ठ बंगाली फ़िल्म- मयूराक्षी
- मराठी फिल्म- कच्चा लिम्बू
- सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म- थोंदिमुथालुम द्रिक्सक्षियुम
- सर्वश्रेष्ठ तेलुगू फिल्म- गाज़ी
- असमिया फिल्म- इशू
- सर्वश्रेष्ठ तामिल फिल्म- टू लेट
- सर्वश्रेष्ठ गुजराती फिल्म- ढह (Dhh)
- सर्वश्रेष्ठ कार्य निर्देश- अब्बास अली मोघु फॉर बाहुबली 2
- कोरियोग्राफ़ी- 'गोरी तु लट्ठ मार ' के लिए गणेश आचार्य, टॉयलेट - एक प्रेमकथा
- सर्वश्रेष्ठ स्पेशल इफ़ेक्ट्स- बाहुबली 2
- सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक- काटरू वेलियिदै
- सर्वश्रेष्ठ बैकग्राउंड स्कोर- मॉम
- स्पेशल जूरी पुरस्कार- नगरकीर्तन
- सर्वश्रेष्ठ लिरिक्रस- मुथुरत्न गीत के लिए जेएम प्राहलाद
- सर्वश्रेष्ठ मेक अप आर्टिस्ट- राम राजजक (नगरकीर्तन)
- सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिजाईन- संतोष रमन (मलयालम फिल्म टेक ऑफ)
- सर्वश्रेष्ठ पटकथा (मूल)- संजीव पाझोर(थोंदिमुथालुम द्रिक्सक्षियुम )
- पटकथा लेखक (Adapted)- जयराज (भयानकम)
- सर्वश्रेष्ठ संवाद- सम्बिट मोहंती (हैलो अर्सी)
- सर्वश्रेष्ठ सिनेकला- भयानकम
- सर्वश्रेष्ठ कैमरामैन- निखिल एस प्रवीण
- सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक- कातारु वेलिइदई के लिए शाषा तिरुपति
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