महासंघ 25 मई को मुख्यमंत्री आवास का करेगा घेराव
- मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से सोमवार को मिलेगा शिष्टमंडल
सदस्यों ने कहा कि सहकारिता
विभाग का आदेश तुगलकी फरमान है। सात माह बाद स्थानांतरण रद्द करना असंवैधानिक है।
स्थानांतरण रद्द करना और पुनः मई जून में स्थानांतरण करने का आदेश देना हास्यास्पद
है। झारखंड कार्यपालिका नियमावली के 21 (5) और झारखंड एवं सेवा संहिता के परिशिष्ट
3 के तहत निबंधक (सहयोग समितियां) विभाग के अध्यक्ष घोषित हैं। केवल विभागाध्यक्ष
को ही स्थानांतरण का अधिकार है। स्थानांतरण रद्द करना उनके अधिकार पर हमला है। सहकारिता
मंत्री द्वारा स्थानातरण आदेश को रद्द करने की महासंघ ने निंदा की। कहा कि स्थानांतरण
रद्द करने का आदेश देना अनुचित है। झारखंड में इससे स्थानांतरण उद्योग को बढ़ावा
मिलेगा। मुख्यमंत्री से महासंघ ने पूर्व के स्थानांतरण आदेश को अक्षरश: लागू करने की
मांग की।
महासंघ के पदधारियों का कहना है कि सहकारिता विभाग में एक-एक पदाधिकारी
5--5 पद पर काम कर रहे हैं। यह जांच का विषय है। वरीय सहकारिता प्रसार पदाधिकारी
को सहायक निबंधक के सभी पदों पर पदस्थापित करने की मांग की। रांची में ईमानदार और अपने
कार्य के प्रति वफादार सहायक निबंधक सहयोग समितियां के पद पर अविलंब पदस्थापित करने
की मांग की। सहकारिता विभाग में सभी योजनाओं की समीक्षा की मांग उठाई। एक पदाधिकारी
एक पद की व्यवस्था लागू किए जाने की बात कही। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और आदेश
को लागू करने की मांग की।
इस संबंध में सोमवार को महासंघ के सदस्य मुख्यमंत्री
रघुवर दास और मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी से मिलेगा। झारखंड राज्य स्तरीय पंचायत
सचिवालय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार को महांसंघ के महांमंत्री
सुनील कुमार साह के नेतृत्व में सम्बद्धता प्रदान की गई। इसके 18 हजार सदस्य हैं। संघ
ने भी 25 मई के मुख्यमंत्री आवास घेराव कार्यक्रम को समर्थन दिया।
बैठक में
मुक्तेश्वर लाल, सुनील कुमार साह, ललितेश्वर चौधरी, सुरेश हाजरा, बी राम, विजय
कुमार, संतोष कुमार, कृष्णानंद ठाकुर, चंद्रदीप कुमार, पावेल कुमार,
प्रभात भूषण, चंदन कुमार, अर्जुन कुमार, कालीचरण महतो, अनिरुद्ध सिंह,
अनिल सिंह, मुकेश अग्रवाल, रविंद्र
सिन्हा, अशोक कुमार, जॉन पीटर, नवल शर्मा, अरविंद पांडे,
उमेश कुमार, उमेश कुमार सिंह, विनय
कुमार, रामाशीष पसवान, डॉ गणेश राम, रेखा कुमारी, चुन्नू सिंह आदि उपस्थित थे।
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