Video Of Day

Latest Post

गोमिया उपचुनाव: BJP के माधव लाल सिंह ने किया नामांकन

रांची। गठबंधन को लेकर सहमति ना बनने के बाद गोमिया विधानसभा सीट से मंगलवार को बीजेपी के माधवलाल सिंह ने नामांकन दाखिल किया। इस सीट पर ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के लंबोदर महतो भी चुनाव लड़ रहे हैं। लंबोदर महतो ने सोमवार को ही अपना नामांकन दाखिल कर लिया था। बताते चलें कि 28 मई को गोमिया और सिल्ली में वोटिंग होने वाली है।

सुबह 7 से 3 बजे तक वोटिंग
28 मई सुबह सात बजे से दिन के तीन बजे तक मतदान होगा। सिल्ली में 205 भवनों में 278 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। वहीं] गोमिया में 208 भवनों में 341 मतदान केंद्र हैं।

इन पार्टियों से ये हैं उम्मीदवार
गोमिया विधानसभा से आजसू के लंबोदर महतो चुनाव मैदान में खड़े हैं। भाजपा की ओर से माधव लाल सिंह गोमिया में चुनाव लड़ेंगे। सिल्ली में भाजपा आजसू के साथ खड़ी है। जबकि आजसू ने गोमिया से अपना प्रत्याशी दिया है। वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की ओर से सिल्ली से पूर्व विधायक अमित कुमार महतो की पत्नी सीमा महतो और गोमिया से पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद महतो की पत्नी बबीता देवी को प्रत्याशी बनाया गया है।

विपक्षी दलों का झामुमो को समर्थन
इधर, गोमिया और सिल्ली विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में सभी प्रमुख विपक्षी दलों ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को समर्थन देने की घोषणा की है। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के आवास पर इस मुद्दे पर विपक्षी दलों की बैठक हुई थी। इसके बाद कांग्रेस, झाविमो, राजद, सीपीआई-एम और मासस नेताओं ने समर्थन की घोषणा की।

दोनों जगह थे झामुमो के विधायक
10 फरवरी को गोमिया के झामुमो विधायक योगेंद्र महतो की सदस्यता विधानसभा अध्यक्ष ने समाप्त की थी। उनके खिलाफ रामगढ़ की एक अदालत ने कोयला चोरी के दोषी ठहराते हुए तीन साल की सजा सुनाई थी। वहीं, झारखंड विधानसभाध्यक्ष प्रो दिनेश उरांव ने 2 अप्रैल को सिल्ली के झामुमो विधायक अमित कुमार महतो की सदस्यता रद्द करने पर मुहर लगा दी थी। इस मामले में अदालत ने अमित महतो को सोनाहातु के पूर्व सीओ आलोक कुमार के साथ मारपीट और गाली-गलौज के आरोप में 23 मार्च को दो-दो साल की सजा सुनाई थी।

ईवीएम पर प्रत्याशियों के फोटो भी होंगे
उधर, राज्य निर्वाचन आयुक्त एलबी ख्यांगते ने कहा कि दोनों सीटों पर ईवीएम में वीवीपैट (वोटर वेरिफाइवल पेपर आॅडिट ट्रेल) का इस्तेमाल होगा। झारखंड में पहली बार ईवीएम पर प्रत्याशियों के फोटो भी होंगे। इससे वोटरों को प्रत्याशी को पहचाने और वोट डालने में आसानी होगी। मतदाता वीपीपैट पर सात सेकेंड में देख सकेंगे कि उन्होंने किसे वोट दिया है। एक पर्ची भी निकलेगी, जो वहीं बॉक्स में जमा हो जाएगी।

No comments