झारखंड मैथिली मंच का आभार सह उल्लास दिवस शुक्रवार को
रांची। राज्य सरकार द्वारा मैथिली को
झारखंड में द्वितीय राजभाषा की श्रेणी में लाने की घोषणा के निर्णय से उत्साहित मिथिलांचल
के लोग 6 अप्रैल को ‘आभार सह उल्लास दिवस’ के रूप में मना रहे हैं। झारखंड मैथिली
मंच द्वारा राजधानी के हरमू के सहजानन्द चौक के करीब स्थित स्वागतम बंक्वेट हॉल में
शाम 6 बजे से कार्यक्रम होगा।
आभार जताया जाएगा
महासचिव भारतेंदु झा ने बताया कि मैथिली
को द्वितीय राजभाषा के रूप में सम्मान देने के लिए मुख्यमंत्री सहित मंत्री, राज्य भर
में मैथिली भाषा के संरक्षण और संवर्धन के लिए कार्यरत संस्थाओं के प्रति आभार, उद्गार एवं
कृतज्ञता प्रकट की जाएगी। यह एक संयोग है कि छह अप्रैल को ही मैथिली जगत के प्रख्यात
गीतकार,
संगीतकार, गायक, फिल्म
निर्माता–निर्देशक रवीद्र नाथ ठाकुर का 84वां जन्म दिवस है। मौके पर उसे भी मनाया
जाएगा। श्री ठाकुर लगभग 1500 से ज्यादा गीतों की रचना और धुन तैयार कर चुके हैं। यह
जारी भी है। इसके अलावा उनकी कई पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
श्री झा ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम
में श्री रवीद्र के साथ उनके सुपुत्र अवनीन्द्र ठाकुर भी अपनी प्रस्तुति देंगे। श्री
अवनीन्द्र मैथिली लोकगीत, हिन्दी गीत, ग़जल और सूफी गायिकी के लिए जाने जाते हैं।
उनके साथ संगत करने दिल्ली से संगीतकार आ रहे हैं। कार्यक्रम में प्रवेश निःशुल्क
है। मैथिली संगीत प्रेमियों मिथिला की प्रचलित, पारंपरिक और लोक गीतों का आनंद पारिवारिक परिवेश में ले पाएंगे।
आयोजन को सफल बनाने में जयंत झा, अभय झा, प्रेमचन्द्र झा, कृष्ण कुमार झा, ब्रज किशोर झा, गोपाल झा, दयानन्द कुमार, नर्मदेश्वर झा, घनश्याम झा, अमरनाथ झा, आत्मेश्वर झा, ब्रज कुमार झा सहित बबीता झा, निशा झा, अनीता
झा, बिट्टू
झा, अर्चना
झा, सुबोध
चौधरी, काशीनाथ
झा, रमाकांत
मिश्रा आदि सक्रिय हैं।
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