70 साल में पहली बार उ. कोरिया के किसी तानाशाह ने उठाया ये कदम
सिओल। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच शुक्रवार 27 अप्रैल को ऐतिहासिक शिखर वार्ता हो रही है, जिसके लिए उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग-उन देश की सीमा लांघकर दक्षिण कोरिया की सीमा में पहुंच गए हैं। यह 1953 के कोरियाई युद्ध के बाद पहली बार है, जब उत्तर कोरिया के किसी शीर्ष नेता ने अपने कदम दक्षिण कोरिया की सीमा में रखे हैं। उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता की ऐतिहासिक मुलाकात और बातचीत आज दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के साथ हो रही है।
दोनों नेताओं ने बातचीत शुरू करने से पहले हाथ हिलाकर मुस्कराहट के साथ एक-दूसरे का स्वागत किया। उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता ने उम्मीद जताई कि उनकी विभिन्न मुद्दों पर अच्छी बातचीत होगी। मुलाकात के दौरान की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, उससे साफ है कि दोनों नेताओं के बीच अब तक मुलाकात सामान्य और तनावरहित माहौल में हुई है।
दोनों नेताओं की मुलाकात अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पड़ने वाले पनमुनजोम गांव के हाउस ऑफ पीस में हो रही है, जहां पहले भी दोनों देशों के अधिकारी मिल चुके हैं। इससे पहले दक्षिण कोरिया के प्योंगचांग शहर में आयोजित शीतकालीन ओलंपिक खेलों में उत्तर कोरियाई टीम के शिरकत करने को लेकर दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने यहां जनवरी में मुलाकात की थी।
किम जोंग-उन और मून जे-इन की मुलाकात उत्तर कोरिया के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाने की वैश्विक मुहिम के बीच हो रही है। ऐसे में इस मुलाकात और बातचीत का फोकस भी उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम ही रहने की उम्मीद की जा रही है। बातचीत के बाद आज ही इस मुद्दे पर घोषणा भी किए जाने की उम्मीद है, जिससे पता चल सकेगा कि आखिर दोनों नेताओं ने किन मुद्दों पर बात की और उनके बीच किस मसले पर सहमति बनी।
किम जोंग-उन ने शुक्रवार को जब दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति से ऐतिहासिक मुलाकात के लिए दक्षिण कोरियाई जमीन पर पैर रखा तो दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने भी मुस्कराहट के साथ उनका स्वागत किया। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से हाथ मिलाए और इस तरह इस ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन की शुरुआत हुई।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मुलाकात को लेकर दक्षिण कोरिया के शीर्ष नेतृत्व में भी खासा उत्साह दिखा। जब किम ने अपने कदम दक्षिण कोरिया की जमीन पर रखे तो दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने भी अपने कदम बढ़ाए और उत्तर कोरिया की ओर पड़ने वाली सीमा में अपने पैर रखे। इसके बाद मून ने किम से कहा, 'मैं आपसे मिलकर खुश हूं।' बहरहाल, इस ऐतिहासिक मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं।
दोनों नेताओं ने बातचीत शुरू करने से पहले हाथ हिलाकर मुस्कराहट के साथ एक-दूसरे का स्वागत किया। उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता ने उम्मीद जताई कि उनकी विभिन्न मुद्दों पर अच्छी बातचीत होगी। मुलाकात के दौरान की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, उससे साफ है कि दोनों नेताओं के बीच अब तक मुलाकात सामान्य और तनावरहित माहौल में हुई है।
दोनों नेताओं की मुलाकात अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पड़ने वाले पनमुनजोम गांव के हाउस ऑफ पीस में हो रही है, जहां पहले भी दोनों देशों के अधिकारी मिल चुके हैं। इससे पहले दक्षिण कोरिया के प्योंगचांग शहर में आयोजित शीतकालीन ओलंपिक खेलों में उत्तर कोरियाई टीम के शिरकत करने को लेकर दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने यहां जनवरी में मुलाकात की थी।
किम जोंग-उन और मून जे-इन की मुलाकात उत्तर कोरिया के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाने की वैश्विक मुहिम के बीच हो रही है। ऐसे में इस मुलाकात और बातचीत का फोकस भी उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम ही रहने की उम्मीद की जा रही है। बातचीत के बाद आज ही इस मुद्दे पर घोषणा भी किए जाने की उम्मीद है, जिससे पता चल सकेगा कि आखिर दोनों नेताओं ने किन मुद्दों पर बात की और उनके बीच किस मसले पर सहमति बनी।
किम जोंग-उन ने शुक्रवार को जब दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति से ऐतिहासिक मुलाकात के लिए दक्षिण कोरियाई जमीन पर पैर रखा तो दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने भी मुस्कराहट के साथ उनका स्वागत किया। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से हाथ मिलाए और इस तरह इस ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन की शुरुआत हुई।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मुलाकात को लेकर दक्षिण कोरिया के शीर्ष नेतृत्व में भी खासा उत्साह दिखा। जब किम ने अपने कदम दक्षिण कोरिया की जमीन पर रखे तो दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने भी अपने कदम बढ़ाए और उत्तर कोरिया की ओर पड़ने वाली सीमा में अपने पैर रखे। इसके बाद मून ने किम से कहा, 'मैं आपसे मिलकर खुश हूं।' बहरहाल, इस ऐतिहासिक मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं।
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