नीतू के भक्ति गीतों पर सुबह झूमे श्रोता
रांची। कला संस्कृति विभाग के तत्वावधान में
मोरहाबादी मैदान के बापू-वाटिका में 12 मई को सुबह-सवेरे कार्यक्रम हुआ। इसमें
पटना से आई गायिका डॉ नीतू कुमारी नवगीत ने भजन, भक्ति-गीत और गांधी जी के जीवन पर आधारित गीतों की
प्रस्तुति कर लोगों को भाव विभोर किया। ‘वैष्णव जन तो तेने
कहिए जे पीर पराई जाने रे’ से अपने कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके
बाद ‘गंगा जी के पनिया मंगाइब, कलसा
धराईब हो, देखकर रामजी को जनक नंदिनी बाग में बस खड़ी की
खड़ी रह गई, राम देखें सिया को सिया राम को, भक्ति जगा के मन में ओढ़ ल चुनरिया, का ले के शिव के
मनाईब हो, शिव मानत नाही’ सहित अनेक
गीतों की प्रस्तुति करके माहौल को भक्तिमय बना दिया।
डॉ नीतू ने राष्ट्रपिता
महात्मा गांधी के जीवन पर आधारित सत्य की राह दिखाई दियो रे लाठी वाले बापू,
अहिंसा का अलख जगाए दियो रे लाठी वाले बापू गाकर लोगों से सत्य और
अहिंसा के रास्ते पर चलने की अपील की। उन्होंने ‘दे दी हमें
आजादी बिना खड़ग बिना ढाल साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल’
गीत के माध्यम से भी बापू को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के अंत में बापू के
प्रसिद्ध भजन ‘रघुपति राघव राजा राम’
की प्रस्तुति हुई। इस दौरान डॉ नीतू के साथ मुकुल कुमार ने ऑर्गन पर, अतनु कुमार चटर्जी ने पैड पर और संजीव कुमार पाठक ने तबला पर संगत किया।
कार्यक्रम में डॉ कमल बोस, चंद्रदेव सिंह, हरेंद्र सिन्हा सहित मोरहाबादी मैदान में सुबह टहलने वाले उपस्थित थे।
No comments