विद्यार्थियों को किताब नहीं मिलने पर शिक्षक संघ चिंतित
रांची।
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने विद्यार्थियों को अभी तक किताब नहीं मिलने पर चिंता
जताई है। प्रदेश अध्यक्ष बिजेन्द्र चौबे, महासचिव राममूर्ति ठाकुर और प्रदेश
मुख्य प्रवक्ता नसीम अहमद ने कहा कि राज्य के प्राथमिक और मध्य विद्यालय के वर्ग
एक से आठवीं तक के छात्रों को अभी निःशुल्क पुस्तक नहीं मिला है। सत्र 2018-19 अप्रैल
से ही शुरू हो चुका है। किताबें
नहीं मिलने से कई तरह की समस्या हो रही है। खासकर नये नामांकित बच्चो को परेशानी हो
रही है।
संघ ने कहा कि एक तरफ सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दुहाई देती है, दूसरी ओर समय
पर पुस्तक का इंतजाम नहीं करती है। इससे गरीब छात्रों के प्रति गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
का डोंग सरकार की पोल खोलता है। एसी कमरों में बैठे नीति निर्धारण करने वाले
अधिकारी हकीकत से कोसो दूर हैं। साजिश के तहत अधिकारी गरीब छात्रों को बेहतर शिक्षा
नहीं देना चाहते हैं। ऐसा नहीं होता तो सरकार समय से किताबें स्कूल को मुहैया
कराती।
संघ ने कहा कि समय से किताबों की आपूर्ति नहीं होना कारण बताया जाता है। किताबों
की छपाई में लगभग तीन से चार माह लगते हैं। यह बात जगजाहिर है। ऐसे में स्कूली
शिक्षा एवं सक्षरता विभाग समय पर किताब उपलब्ध कराने की कार्य योजना क्यों नहीं
बनाती है। दिसंबर से छपाई वाले को ठेका दिया जाता तो अप्रैल में छात्रों के हाथ में
किताब होती। किताब अब तक नहीं मिलने के कारण की समीक्षा होनी चाहिए। दोषी अधिकारी
पर करवाई होनी चाहिये, ताकि आने वाले समय मे पुन: गलती नहीं
हो।
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