जमशेदपुर: रक्षक ही निकला लूटेरा
जमशेदपुर। घाटशिला
मेन रोड स्थित आईसीआईसीआई बैंक में एटीएम की सुरक्षा में तैनात गार्ड ने
ही एटीएम तोड़ 25 लाख रुपए निकाल लिए। एटीएम तोड़ कर लूट करने में उसे चार
घंटे लगे। पुलिस ने सुरक्षा गार्ड देबू राय को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने उसकी निशानदेही पर घाटशिला दाहीगोड़ा स्थित उसके निर्माणाधीन घर के पास बालू के नीचे दबाकर रखे 11.90 लाख और घर से 500 मीटर की दूरी पर सुवर्णरेखा नदी किनारे मिट्टी खोदकर दबाए शेष रुपए बरामद कर लिए हैं। देबू ने एक दुकानदार को 26 हजार रुपए दिए थे। पुलिस ने 24 लाख 12 हजार 500 रुपए बरामद किए हैं। तीन दिनों के अंदर पुलिस ने शनिवार को मामले का खुलासा कर दिया है। 87500 रुपए देबू राय ने तीन दिनों में खर्च कर दिए हैं। शनिवार को मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि गिरफ्तार गार्ड ने सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया था।
एसएसपी ने टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को 10 हजार रुपए और प्रशस्ति पत्र दिया। इनमें एसडीपीओ राजेंद्र दुबे, घाटशिला थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार, अंचल प्रभारी अजय कुमार, मऊभंडार ओपी प्रभारी शिवबिहारी तिवारी, गालूडीह थाना प्रभारी सुधांशु कुमार व आरक्षी श्रवण रजक शामिल हैं।
शक के आधार पर आरोपी तक पहुंची पुलिस
एसएसपी ने बताया, वारदात की जांच के लिए एसडीपीओ घाटशिला राजेंद्र दुबे के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। वारदात के दिन 11 बजे से ही सीसीटीवी कैमरा खराब पाया गया। 21 फरवरी को गार्ड देबू ने दोपहर 2.30 बजे पुलिस को चोरी की सूचना की जानकारी दी थी। पूछताछ के दौरान गार्ड की हरकत देख पुलिस को शक हुआ। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने वारदात में संलिप्तता स्वीकार कर ली। पूछताछ में सुरक्षा गार्ड देबू राय ने बताया- बड़ा आदमी बनने के चक्कर में उसने वारदात को अंजाम दिया। वह सुरक्षा एजेंसी सीएसएस में काम करता था। 15 घंटे काम करने पर उसे 6 हजार रुपए ही मिलते था। इतने में उसका खर्च नहीं चल पाता था।
पुलिस ने उसकी निशानदेही पर घाटशिला दाहीगोड़ा स्थित उसके निर्माणाधीन घर के पास बालू के नीचे दबाकर रखे 11.90 लाख और घर से 500 मीटर की दूरी पर सुवर्णरेखा नदी किनारे मिट्टी खोदकर दबाए शेष रुपए बरामद कर लिए हैं। देबू ने एक दुकानदार को 26 हजार रुपए दिए थे। पुलिस ने 24 लाख 12 हजार 500 रुपए बरामद किए हैं। तीन दिनों के अंदर पुलिस ने शनिवार को मामले का खुलासा कर दिया है। 87500 रुपए देबू राय ने तीन दिनों में खर्च कर दिए हैं। शनिवार को मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि गिरफ्तार गार्ड ने सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया था।
एसएसपी ने टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को 10 हजार रुपए और प्रशस्ति पत्र दिया। इनमें एसडीपीओ राजेंद्र दुबे, घाटशिला थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार, अंचल प्रभारी अजय कुमार, मऊभंडार ओपी प्रभारी शिवबिहारी तिवारी, गालूडीह थाना प्रभारी सुधांशु कुमार व आरक्षी श्रवण रजक शामिल हैं।
शक के आधार पर आरोपी तक पहुंची पुलिस
एसएसपी ने बताया, वारदात की जांच के लिए एसडीपीओ घाटशिला राजेंद्र दुबे के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। वारदात के दिन 11 बजे से ही सीसीटीवी कैमरा खराब पाया गया। 21 फरवरी को गार्ड देबू ने दोपहर 2.30 बजे पुलिस को चोरी की सूचना की जानकारी दी थी। पूछताछ के दौरान गार्ड की हरकत देख पुलिस को शक हुआ। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने वारदात में संलिप्तता स्वीकार कर ली। पूछताछ में सुरक्षा गार्ड देबू राय ने बताया- बड़ा आदमी बनने के चक्कर में उसने वारदात को अंजाम दिया। वह सुरक्षा एजेंसी सीएसएस में काम करता था। 15 घंटे काम करने पर उसे 6 हजार रुपए ही मिलते था। इतने में उसका खर्च नहीं चल पाता था।

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