बीएयू कुलपति ने दिया प्रजनक एवं आधार बीज का उत्पादन बढ़ाने का निर्देश
रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ परविन्दर कौशल ने शनिवार को निदेशालय
बीज एवं प्रक्षेत्र का भ्रमण कर उसकी गतिविधियों की समीक्षा की। इस क्रम में विश्वविद्यालय
अधीन कांके कृषि प्रक्षेत्र और गौरियाकरमा कृषि प्रक्षेत्र, हजारीबाग में विभिन्न
फसलों के आधार बीज का उत्पादन करने का निर्देश दिया। कांके स्थित राष्ट्रीय बीज
उत्पादन प्रक्षेत्र में प्रजनक बीज उत्पादन बढ़ाने को कहा। निदेशक बीज एवं
प्रक्षेत्र डॉ आरपी सिंह ने बताया कि गुणवत्ता बीज के मामले में राज्य को
आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न फसलों का 20,000 क्विंटल आधार बीज उत्पादन
करने की आवश्यकता है। सरकार की सहमति से किसानों का चयन कर किसानों के खेत में
बीएयू की तकनीकी देखरेख में आधार बीज की आवश्यकता को पूरा किया जा सकता है।
राष्ट्रीय
बीज उत्पादन इकाई में वर्ष 2018-19 में 1,000 क्विंटल प्रजनक बीज उत्पादन करने का निर्देश कुलपति ने दिया। खरीफ फसल का 650
और रबी फसल का 350 क्विंटल प्रजनक बीज उत्पादन
करने का लक्ष्य रखा गया। इस संबंध में एनएसपी प्रभारी डॉ रवि कुमार ने करीब 50
एकड़ भूमि में सिचाई की सुविधा मुहैया कराने और आर्थिक सहयोग की जरूरत
बताई। कुलपति ने सभी संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
कुलपति ने बीज परीक्षण
प्रयोगशाला का निरीक्षण किया। प्रभारी डॉ सुप्रिया सिंह ने प्रयोगशाला से संबंधित
वस्तुस्थिति और जरूरत की जानकारी दी। कुलपति ने प्रयोगशाला में बीज के अंकुरण की
जांच के साथ-साथ बीज की गुणवत्ता के विभिन्न कारकों की जांच की जरूरत बताई। इस
संबंध में आवश्यक संसाधन से संबंधित प्रतिवेदन समर्पित करने को कहा। उन्होंने कृषि
प्रक्षेत्र फार्म के भंडार, संयंत्र स्थल, बीज उत्पादन इकाई, पुराने डेयरी फार्म
में स्थित पीबीजी विभाग के भंडारों का भी निरीक्षण किया। इन जगहों पर पाई गयी
विभिन्न कमियों को यथाशीघ्र दूर करने, पुराने ट्रेक्टर एवं अन्य जर्जर मशीनरी की
अविलंब नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया। शोध निदेशक डॉ डीएन सिंह
ने नाभिकीय बीज, प्रजनक बीज और आधार बीज का उत्पादन बढ़ाने पर बल दिया।
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