दुर्घटना के बाद भी नहीं हारी हिम्मत
रांची। सेवा का ऐसा जज्बा कम ही देखने
को मिलता है। रास्ते में दुर्घटना होने के बाद भी काम बीच में नहीं छोड़ा। उसे पूरा
किया। फिर वहां से लौटे। यह वाक्ता 17 मई को जिंदगी मिलेगी दोबारा फाउंडेशन के साथ
घटी। उसका एंबुलेंस (नंबर 4 : जेएच 01 सीयू 0239) चिंता देवी के शव को रिम्स से
कुरू ले जा रहा था। बीजू पाड़ा के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया। तीन बाइक सवार
युवक ने एंबुलेंस को टक्कर मार दी। इससे एंबुलेंस के आगे के शीशा टूट गया। आगे के
बंपर को नुकसान पहुंचा। साथ ही, ड्राइवर के हाथ में भी चोट आई। इसके बाद
भी चोट की परवाह किए बगैर फाउंडेशन के कर्मियों ने शव को घर तक पहुंचाया। फिर वहां
से लौटा। फाउंडेशन के अध्यक्ष अश्विनी राजगढि़या ने कर्मियों की सेवा को सराहा। कहा
कि सेवा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उसकी राह में आने वाले हर बाधा और मुश्किल का सामना
हम मिलकर करेंगे।
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