हर गांव को मुख्य पथ से जोड़ने का निर्देश
- मुख्यमंत्री ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र के विकास की समीक्षा की
गिरिडीह। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जिन इलाकों में
गरीबी ज्यादा है, उन इलाकों को चिन्हित करें। बेरोजगारी और गरीबी की वजह से
युवा भटक कर उग्रवादियों के साथ जुड़ जाते हैं। उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में
स्वरोजगार को बढावा दे। युवाओं को रोजगार के लिए प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाए, ताकि वे स्वरोजगार के
माध्यम से अपनी आजीविका चला सके। श्री दास ने कहा कि राज्य की महिलाएं बहुत
मेहनती है। हमें महिला शक्ति को राज्य शक्ति बनाना है। श्री दास शनिवार को नक्सल
प्रभावित पीरटांड और भेलवाघाटी के फोकस एरिया के विकास की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने एंटी नक्सल ऑपरेशन में सफलता के लिए गिरिडीह पुलिस को बधाई दी। कारवाई
और तेज करने का निदेश भी दिया। श्री दास ने नाबार्ड से 1,500 करोड़ रुपये ऋण लेकर
हर गांव को मुख्य पथ से जोड़ने का काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने विद्युत
विभाग को अपने कार्यों की गति तेज करने का निर्देश दिया, ताकि 2018 के अंत तक
गिरिडीह के हर-घर में बिजली पहुंच सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला स्तर पर संविदा
के आधार पर एएनएम की नियुक्ति करे, ताकि स्वास्थ्य सेवा
बेहतर हो सके। पलायन की समस्या वाले क्षेत्रों को चिन्हित करें। वहां के युवाओं को
रोजगार के लिए प्रशिक्षण दें। स्थानीय कारीगारों का समूह बनाया जाएगा। सरकार उनके
उत्पादों को खरीदेगी। विद्यालयों के डेस्क बेंच निर्माण का कार्य स्थानीय कारीगरों
को दिये जाने से स्थानीय कारीगरों को रोजगार मिला। विद्यालयों को
गुणवतापूर्ण सामान काफी कम कीमत में प्राप्त हुआ।
उपायुक्त मनोज कुमार ने बताया कि
नक्सल प्रभावित पीरटांड और भेलवाघाटी को फोकस एरिया के रूप में चयन किया गया है। क्षेत्र
में ग्रामीणों के साथ बैठक कर सड़क, पेयजल शिक्षा तथा स्वास्थ्य इत्यादि से सबंधित योजनाएं बनाई
गई है। पीरटांड में कौशल विकास केन्द्र की स्थापना की गई है। आइसेक्ट के द्वारा युवाओं
को कम्प्यूटर रिपेयरिंग, विद्युत उपकरण रिपेयरिंग इलेक्ट्रिसियन इत्यादि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बैठक
में उपविकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारि गिरिडीह तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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