मुख्यमंत्री से मिलकर हालात बताएगा झारखंड प्रदेश ब्रमभट्ट महासभा
रांची। राजधानी रांची में झारखंड प्रदेश ब्रमभट्ट महासभा की बैठक डयूक मेंसन भवन में हुई। जिसमें सूरज दसौंधी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। सदस्यों ने कहा कि सूरज दसौंधी पर पूरे परिवार की जिम्मेवारी थी,उसके गुजर जाने के बाद परिवार की हालात बद से बदतर होते जा रही हैं। उन्हें देखने वाला कोई नहीं।
ऐसी परिस्थिति में महासभा का एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री और गृह सचिव से मिलकर सूरज दसौंधी के परिजनों को उचित मुआवजा और उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग करेगा। महासंघ के सदस्य अजय राय ने बताया कि दरोगा बहाली के दिन अगर वहां मेडिकल टीम मौजूद होती तो सूरज दसौंधी बच सकता था, पर इतनी बड़ी बहाली के दौरान भी वहां पर कहीं मेडिकल टीम या ट्रीटमेंट की कोई व्यवस्था नहीं थी। सूरज की तबीयत खराब हुई और उसे सदर हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां भी तत्काल ट्रीटमेंट शुरू हो जाता तो सूरज को बचाया जा सकता था, पर कई घंटों बाद भी सदर अस्पताल में ईलाज शुरू नहीं हुआ। नतीजतन, सूरज अब इस दुनिया में नहीं है। उनके परिजन आज दर-दर ठोकरें खाने को मजबूर हैं। अब उन्हें न्याय दिलाना होगा। जब तक उन्हें न्याय मिल नहीं जाता, हम सब चैन से नहीं बैठेंगे। श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालो में रामसुन्दर दशौन्धी, अजय शर्मा,नवीन राय,नीरज भट्ट,देवानंद राय,प्रवीण कुमार , सतेन्द्र राय आदि ने शामिल थे ।
जानकारी हो कि धनबाद के गांंव भट्ट मुड़ना कतरास निवासी सूरज दसौंधी दरोगा बहाली में रांची आया था। उसकी मौत 17 मार्च को दौड़ के दौरान हुई। मौत के इतने दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक सरकार की ओर से सूरज के परिवार को न तो कोई मुआवजा या किसी परिजन को नौकरी पर रखे जाने का कोई आश्वासन ही मिल पाया है । हर दिन जिले के विभिन्न गावो और चौक-चौराहों पर ग्रामीण कैंडल मार्च निकाल कर सरकार के उदासीन रवैये का विरोध कर रहे है ।
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