कोल इंडिया की सहायक कंपनी सीसीएल में दीया तले अंधेरा
रांची। एक कहावत है दीया तले अंधेरा। यह
कोल इंडिया की सहायक कंपनी सीसीएल पर पूरी तरह लागू हो रही है। राज्य और देश को रौशन
करने वाली कंपनी के रांची स्थित मुख्यालय में ही अंधेरा है। यहां कर्मियों को पीने
का साफ पानी तक उपलब्ध नहीं है। इससे अधिकारी और कर्मचारी दोनों परेशान हैं। इस संबंध
में कोलफील्ड्स मजदूर यूनियन ने सीएमडी को पत्र लिखा है। यूनियन के केंद्रीय संगठन
सचिव जगन्नाथ साहू ने लिखा है कि मुख्यालय में सभी जगहों पर पीने के पानी में लाल
रंग का मिश्रण पाया जा रहा है। कर्मी यही विषैला पानी पीने को विवश हैं।
बीमारी को लेकर आशंकित
यूनियन के मुताबिक वर्तमान स्थिति से कर्मियों में
आक्रोश है। पानी से होने वाली बीमारी को लेकर सभी आशंकित हैं। श्री साहू के अनुसार
विभिन्न भवनों में शुद्ध पानी मुहैया कराने के लिए आरओ भी लगाया गया है। कई काम ही
नहीं कर रहे हैं। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए शीघ्र शुद्ध पीने का पानी
उपलब्ध कराने की व्यवस्था करने की मांग की है।
सीएसआर पर करोड़ों खर्च
कर्मियों का कहना है कि सीएसआर पर कंपनी सालाना करोड़ों
रुपये खर्च कर रही है। कई तरह की गतिविधियां चल रही है। यह सराहनीय है। हालांकि प्रबंधन
को पहले मुख्यालय और क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए। कर्मियों के सेहतमंद होने पर
ही कंपनी बेहतर काम कर सकती है। कई कर्मियों का कहना है कि जब मुख्यालय में ये हाल
है तो क्षेत्रों की स्थिति का अनुमान स्वत: लगाया जा सकता है। जानकारी हो कि सीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह ही कोल
इंडिया के चेयरमैन हैं।
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