बीआईटी के दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को मिली डिग्री
रांची। बीआईटी
मेसरा के दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को डिग्री मिली। समारोह का आयोजन चार अप्रैल
को हुआ। समारोह की शुरुआत बीआईटी प्रार्थना गीत से हुई। कुलपति एमके मिश्र ने प्रशिक्षण, प्लेसमेंट सहित अन्य विषयों पर
चर्चा की। सालाना वेतन के आंकड़ों पर प्रकाश डाला। उन्होंने जीपी बिरला छात्रवृत्ति,
एमएचआरडी आंकड़ों के विषय में भी बात की।
राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी
मुर्मू ने प्राध्यापकों, विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को
बधाई दी। संस्थान की तारीफ़ करते हुए कहा की इस संस्थान ने शोधकों और विद्यार्थियों
को विकसित किया है। विधार्थियों को दक्षता प्रदान की है। इससे उनका हुनर का निखार
हुआ है। व्यापक रूप से मुकाबला भी किया है, जिसे नाकारा नहीं
जा सकता। डिग्री हाथ लगने से विद्यार्थी और परिवार वालों की खुशी देखते ही बन रही थी।
भारतीय विज्ञान
संस्थान के निदेशक अनुराग कुमार ने सभी विद्यार्थियों, स्वर्ण पदक विजेताओं और उनके
अभिभावकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मानव ने संगणक का आविष्कार किया। चांद तक
गया। सिर्फ अपने मनोबल से। उन्होंने अपने सलाहकार का उदहारण भी दिया, जो कृत्रिम हस्त के आविष्कार पर काम कर रहे हैं। उन्होंने अग्रणी
प्रोद्योगिकी के विषय में बात की। अच्छे अभियंताओं की ज़रूरत पर ज़ोर दिया, जो शोध और विकास योजनाओं पर काम कर सके। समाज को उपयोगी सुविधायें प्रदान
कर सके। उन्होंने सामाजिक जागरूकता पर चर्चा की और पढ़ने-लिखने की प्रेरणा दी। आधारभूत
संरचना, क्षमता, बढ़ते कोर क्षेत्र,
नवीन मस्तिष्क पर भार, सामाज सेवा, युवाओं की भूमिका, काम के दबाव जैसे विषयों पर भी
बात की।
कुलपति ने पीएचडी शैक्षिक उपाधि बाटने की शुरुआत की। एमबीए, एमसीए, एमई, एमएससी, बीई, बीटेक, बीएचएमटी शामिल
थे। ‘इस संस्थान का कुलपति होने के नाते मैं आपको आपके संबंधित
क्षेत्र में स्नातक उपाधि प्रदान करता हूं और आशा करता हूं कि आप पूरे तन और मन से
इसकी इज्ज़त करेंगे।‘ ये शब्द कह कर उन्होंने उपाधियां बांटना
शुरू किया। शुरुआत स्वर्ण पदक विजेताओं से हुई।
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