गुरुद्वारा में सजाया गया विशेष दीवान
रांची। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मेन रोड की ओर से खालसा सिर्जना दिवस वैसाखी पूरब पर 13 अप्रैल
को विशेष दीवान शाम 7 बजे से 09.30 बजे तक सजाया गया। इसमें हजूरी रागी जत्था भाई
शमशेर सिंह की ओर से दीवान की आरम्भता गुरबाणी शब्द ‘सुर नर मुन जन अमृत खोजदै सो
अमृत गुर ते पाया’ गायन कर की गई। कथा वाचक ज्ञानी सरबजीत
सिंह लुधियाना वाले ने गुरु गोबिंद सिंह ओर से की गई खालसे की सिर्जना पर प्रकाश
डाला गया।
विशेष तौर पर रागी जत्था भाई कुलवंत सिंह प्रभात हजूरी रागी श्री बंगला
साहेब दिल्ली ने शब्द अमृत पीवो सदा चिर जीवो गायन किया। हेड ग्रंथी भाई विक्रम
सिंह ने अरदास कर दीवान की समाप्ति की। समाप्ति के बाद संगत ने गुरू का लंगर
चक्खा। गुरुद्वारा साहिब के महासचिव कृपाल
सिंह ने संगत को वैसाखी पूरब की बधाई देते हुए 14 अप्रैल को गुरु नानक स्कूल में
सजाये जाने वाले दीवान में 9 बजे से 2.30 बजे तक हाजरी भरने की अपील की।


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