पटना से भेजे गए थे सीबीएसई के प्रश्नपत्र, नवोदय से जुड़ा कनेक्शन
चतरा। सीबीएसई के गणित विषय में लीक हुआ
प्रश्नपत्र देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके तार चतरा से भी जुड़े हैं। सीबीएसई
प्रश्नपत्र लीक मामले में शनिवार को चतरा एसपी अखिलेश वी वारियर ने खुलासा किया। प्रेस
से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि पटना से प्रश्नपत्र भेजे गए थे। एसपी ने बताया
कि प्रारम्भिक तौर पर जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य ने चार छात्रों द्वारा
कदाचार किये जाने की शिकायत की थी। उनकी शिकायत के आलोक में कार्रवाई करते हुए सदर
थाना कांड संख्या 87/18 के तहत चार छात्रों पर जुबनाईल कोर्ट के दिशा निर्देशों के
तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई।
एसपी ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच
के लिए एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी की जांच में पता चला कि पटना (बिहार) के दो
छात्रों ने चतरा के एक नावालिग छात्र को व्हाट्एप के जरिये 27 मार्च की रात को
प्रश्नपत्र मुहैया करवाया था। प्रश्नपत्र मिलने के बाद छात्र ने चतरा के जतराहीबाग
में स्थित स्टडी विजन नामक कोचिंग संस्थान के संचालक सतीश पांडेय और पंकज सिंह को
प्रश्नपत्र मुहैया करवाया। उनसे चीट बनवाये। इसके बाद विद्यालय में परीक्षा
देनेवाले कई छात्रों ने चीट के माध्यम से चोरी की। एसपी ने बताया कि कोचिंग
संचालकों ने अपने एक सहयोगी शिक्षक हमेश कुमार के साथ मिलकर सवालों के जवाब बनाए। वापस
जवाहर नवोदय विद्यालय के शौचालय में रखवा दिया! कोचिंग संचालकों ने अपने ऊपर लगे
आरोप स्वीकार किये हैं।
एसपी ने बताया कि पुलिस हिरासत में आये प्राथमिक छात्रों
ने दो अन्य अप्राथमिकी छात्रों के बारे में जानकारी दी। इस पूरे घटनाक्रम में
जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़नेवाला 11वीं का छात्र के भी अहम भूमिका की बात सामने
आ रही है। फिलहाल चतरा पुलिस ने कुल 12 लोगों पर मामला दर्ज
किया है। इनमें 9 नाबालिग और तीन बालिग हैं। नाबालिग छात्रों को बाल सुधार गृह, हजारीबाग भेजा गया है। तीन को चतरा जेल भेज दिया गया है। चतरा के
प्रशिक्षु आईपीएस सौरभ कुमार के नेतृत्व में एसआईटी की एक टीम मुख्य सूत्रधार को
ढूंढने में लगी है। आनेवाले दिनों
में कई और खुलासे होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
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