झूम कर निकली पहली मंगलवीर जुलूस
रांची। राजधानी में छह मार्च की रात मंगलवारी
जुलूस के नाम रही। शहर के विभिन्न इलाकों से झूम कर जुलूस निकली। इसमें बड़ी
संख्या में अखाड़ाधारी रामनवमी झंडा पूजन को निकले। महावीर चौक और डोरंडा में
ढोल-तासे की धुन पर जमकर तलवारें चमकी। खिलाड़ियों के हैरतंगेज करतब ने खूब मन
मोहा। किसी ने लाठी-डंडे का खेल दिखाया तो किसी ने भाला-बरछी के साथ आकर्षक
प्रदर्शन किया। झंडा पूजन को देर रात तक पारंपरिक महावीर स्थलों पर अखाड़ाधिारियों
के आने का सिलसिला जारी रहा।
अखाड़ाधारी का स्वागत
महावीर चौक स्थित हनुमान मंदिर में
अखाड़ाधारियों का देर रात तक जमावड़ा रहा। राजीव रंजन मिश्र, जय सिंह यादव, प्रणव कुमार बब्बू, सागर वर्मा, अनिल यादव, दीपक वर्मा, जगदीश वर्मा, बिंदुल वर्मा, राजेश खन्ना, रामधन बर्मन, राजेश सिन्हा, बंटी यादव, शंकर प्रसाद आदि ने उनका स्वागत किया।
दूसरी ओर पहली मंगलवारी पर डोरंडा क्षेत्र से निकले अखाड़ाधारी श्रीशिव महावीर
मंदिर पहुंच झंडा पूजन किया।
13 को दूसरी, 20 को अंतिम मंगलवारी
दूसरी मंगलवारी जुलूस 13 मार्च को निकाली जायेगी। इसके बाद
तीसरी और अंतिम मंगलवारी जुलूस 20 मार्च को
निकलेगी। 24 मार्च को श्रृंगार की रात होगी। पूरा शहर
रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगायेगा। डंका बजेगा, खूब लहरायेगा रामनवमी पताका। श्रद्धालु 25 मार्च को श्रीरामनवमी महोत्सव धूमधाम
से मनायेंगे।
पिस्का मोड़ में झंडा पूजन
विश्वनाथ शिव मंदिर, पिस्का मोड़ में मंगलवार की रात आठ बजे
झंडा पूजन किया गया। इसके बाद पारंपरिक स्थल महावीर चौक में पूजन को अखाड़ाधारी ढोल-तासे के साथ
अस्त्र-शस्त्र का परिचालन करते निकले। अध्यक्ष शैलेश्वर दयाल सिंह, विनोद अग्रवाल, सूखबलाल कुमार, राणा सिंह, राकेश साहू, अक्षय कुमार पाठक, अजय चौधरी, किनू तिवारी, पंकज गुप्ता, सुमित गुप्ता, विमलेश्वर दयाल सिंह, शंभू षांडंगी, राजीव प्रसाद, अमन दयाल सिंह, अभिषेक, दयाल सिंह, अविनाश कुमार सिंह, नमित लाल, रविंद्र सरियार आदि नेतृत्व करने वालों
में मुख्य थे।


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