भारत विश्व में सबसे ज्यादा धूम्रपान करने वालों का घर
नई दिल्ली। धूम्रपान मुक्त विश्व बनाने के लिए काम कर रहे यूएसए के
वाशिंगटन डीसी के फाउंडेशन ने थिंक टैक्स सत्र का आयोजन किया। इसका उद्देश्य तंबाकू
के उपयोग को नियंत्रित कर क्षति को कम करने और जीवन को बचाने पर चर्चा करना था। विश्वभर
के नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, जातियों समूह के प्रतिनिधयों ने इस सत्र में भाग लिया। भारत का प्रतिनिधि नीलेश
जैन ने किया। श्री जैन स्वास्थ्य वकील, सीरियल उद्यमी और Ivape.in के संस्थापक हैं। उन्होंने बताया
कि धूम्रपान मुक्त फाउंडेशन के सर्वे से यह खुलासा हुआ है कि भारत में 12 प्रतिशत
यानी 130 मिलियन धूम्रपान करने वाले हैं। यह संख्या भारत को दुनिया का दूसरा सबसे
अधिक धूम्रपान करने वाला देश बनाता है। भारत में कैंसर का मुख्य कारण तंबाकू से संबंधित
है, जो पुरुष जनसंख्या के 60 प्रतिशत द्वारा उपयोग किया जाता है।
श्री जैन ने कहा कि सरकार को वैपिंग पर प्रतिबंध लगाने की योजना तैयार करने के बजाए धूम्रपान
को समाप्त करने या कम से कम बंद करने के उपकरण उपलब्ध कराने के लिए तुरंत कदम उठाना
चाहिए। वैपिंग तंबाकू युक्त सिगरेट की तुलना में 95 प्रतिशत सुरक्षित और स्वस्थ्य
विकल्प है। नुकसान को कम करने वाला एक उपकरण है। यह एक बैट्री चलित इलेक्ट्रॉनिक
डिवाईस है, जो प्रोपलीन ग्लाइकॉल, ग्लिसरीन
और फ्लेवर्स से बने एक तरल को बैपोराइज कर सांस लेने और छोड़ने का काम करता है।
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