रिम्स में इलाजरत कैदी की मौत पर परिजनों का हंगामा
रांची। राजधानी के
बरियातू स्थित रिम्स में इलाजरत एक कैदी की मौत इलाज के क्रम में को हो गई। इसकी सूचना
मिलने के बाद परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने डॉक्टरों पर इलाज
में लापरवाही का आरोप लगाया। शव लेने से मना कर दिया। जानकारी के मुताबिक रिम्स के
मेडिसिन विभाग में डॉ उमेश प्रसाद की यूनिट में लातेहार जेल में बंद कैदी लखन साहू
की इलाज चल रहा था। उसे 20
मार्च को जेल से इलाज के लिए रिम्स लाया गया
था। कैदी को इलाज के लिए रिम्स लाए जाने की सूचना परिजनों को जेल प्रशासन ने नहीं
दी थी। मरीज के बारे में सूचना सुरक्षाकर्मियों ने परिजनों को दी थी।
कैदी के
बीमार होने की खबर सुनते ही परिजन रिम्स पहुंचे। हालांकि उन्हें कैदी से मिलने
नहीं दिया गया। कैदी को हीमेंटासिस और शाक की शिकायत थी। इसका उल्लेख डॉ उमेश की
यूनिट में भर्ती मरीजों की रजिस्टर में है। इस बीच गुरूवार को कैदी की मौत हो गई। मृतक
लखन साहू के बेटे अशोक कुमार ने बताया कि उसके पिता पिछले 6 वर्षो से जेल में बंद थे। उनपर अफीम की खेती
करने और अवैध रूप से अफीम बेचने का आरोप था।
अशोक ने आरोप लगाते हुए कहा कि
हमलोगों को जेल प्रसासन द्वारा सूचित नही किया गया था। अब जब तक इस पर करवाई नही
होती हैं तब तक हम शव नही ले जाएंगे। उसने कहा कि वह तीन भाई बहन है। पिता की मृत्यु
के बाद अब उनका पालन पोषण कौन करेगा। उसने सरकार से मुआवजा की मांग की है। मामले पर डॉ उमेश ने कहा कि पोस्मार्टम
रिपोर्ट आने पर ही कुछ कहा जा सकता है।
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