प्रति उत्पन्नमति के अवतारी पुरुष थे गोनू झा
रांची। झारखंड मैथिली मंच के तत्वावधन मे विद्यापति दालान पर एक अप्रैल को मिथिला के हास्य शिरोमणि और विभूति गोनु झा को स्मरण किया । मंच के संरक्षक रमाकांत मिश्रा ने उन्हे प्रतिउत्पन्नमति का अवतारी पुरुष बताया। कार्यक्रम के संयोजक ब्रज कुमार झा ने विषय प्रवेश कराते हुये आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डाला। स्वागत करते हुये उपाध्यक्ष जयंत कुमार झा ने मिथिला बिभूतियों के सम्मान के लिए मंच की प्रतिबद्धता पर बल दिया। कार्यक्रम की शुरुआत गोनु झा के चित्र पर माल्यार्पण से हुई ।
हास्य व्यंग्य के वातावरण मेंं सम्पन्न इस कार्यक्रम मे गोनू झा से जुड़ी कई रोचक किस्सों को अभय झा, कृष्णकुमार झा, आत्मेश्वर झा, नन्द किशोर महतो, प्रेमचन्द्र झा आदि ने आकर्षक तरीकों से प्रस्तुत किया। महासचिव भारतेन्दु झा ने भाग दौड़ की जिंदगी मे गोनू झा के हाजिर जवाबी कला को अपने जीवन मे उतार कर हास्य बिनोदपूर्वक जीवन व्यतीत करने की आवश्यकता बताई।
आगामी कार्यक्रम :
मंच द्वारा आगामी 15 अप्रैल को जुड़ि शीतल और मिथिला नव वर्ष पर कार्यक्रम आयोजित किया गया है ।कार्यक्रम के संयोजक प्रेमचंद्र झा हैं। 17 अप्रैल को पंडित विनोदानन्द झा की जयंती मनाई जाएगी, जिसके संयोजक अमरनाथ झा हैं। छह अप्रैल को मंच के द्वारा 'आभार सह उल्लास दिवस' हरमू स्थित स्वागतम बैंक्वेट हॉल में शाम 5 बजे से होगा।
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