सीसीएल ने रिकॉर्ड 67.5 मिलियन टन कोयला भेजा
- वर्ष 2018-19 के लिए उत्पादन लक्ष्य 76.35 एमटी
वित्तीय वर्ष 2017-18 में कंपनी का पूंजीगत व्यय करीब 1350 करोड़ रुपये रहा है, जो लक्ष्य से दोगुना है। कोयला निकासी परियोजनाओं पर विशेष जोर देने से कंपनी को 4.3 एमटी स्टॉक लिक्विडिंग हासिल करने में मदद मिली है। एक अप्रैल 2017 को सीसीएल का 17.6 एमटी कोयला भंडार था, जो अब घटकर 13.4 एमटी टन हो गया।
वर्ष 2017-18 में सीसीएल ने चार रेलवे साईडिंग की स्थापना की। ये बालुमाथ, राजधर, न्यू कुजू और चरही गुड्स शेड हैं। वर्ष 2017 -18 में सीसीएल ने 63.4 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया। 2018-19 के लिए सीसीएल का कोयला उत्पादन लक्ष्य 76.35 एमटी है। इस वित्तीय वर्ष में सीसीएल की कुछ मौजूदा परियोजनाओं का विस्तार करने की योजना है। कारो, कोनर परियोजनाओं में उत्पादन क्षमता बढ़ने से सीसीएल के कुल उत्पादन में वृद्धि होगी। आने वाले महीनों में नई परियोजनाओं के लिए पर्यावरण मंजूरी भी मिल जाने की संभावना है।
कोल इंडिया अध्यक्ष ने सम्मानित किया
एक अप्रैल 2018 को महाप्रबंधक (समन्वय) की बैठक में अध्यक्ष कोल इंडिया सह सीएमडी सीसीएल गोपाल सिंह ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विभिन्न क्षेत्रो के महाप्रबंधकों को सम्मानित किया। इन पांच क्षेत्रीय महाप्रबंधक ने उत्कृष्ट कार्यनिष्पादन कर वित्तीय वर्ष 2017-18 में इतिहास रचा। कई नए रिकॉर्ड बनाएं।
महाप्रबंधक (बरका-सयाल) पी चंदा को कोयला उत्पादन में 40% वृद्धि दर्ज करने के लिए सम्मानित किया गया। महाप्रबंधक (एनके) केके मिश्रा और महाप्रबंधक (मगध-आम्रपाली), आरवी सिंह को उनके संबंधित क्षेत्रों से कोयला उत्पादन में करीब 21% की वृद्धि हासिल करने के लिए सम्मानित किया गया। महाप्रबंधक (रजरप्पा) आलोक कुमार और महाप्रबंधक (हज़ारीबाग ) एसके सिंह को मार्च 2018 में श्रेष्ठ कोयला उत्पादन के लिए सम्मानित किया गया।
श्री सिंह ने इन क्षेत्रीय महाप्रबंधकों को 'पांच पांडव' का नाम दिया। सभी अधिकारियों को उनसे प्रेरणा लेने की सलाह दी। कहा कि सभी सम्मिलित प्रयास से यह सुनिश्चित करें कि वर्ष 2018-19 के 76.35 मिलियन टन कोयला उत्पादन लक्ष्य को सीसीएल हासिल करे। बैठक में मार्च माह में विभिन्न क्षेत्रो के कार्यनिष्पादन की समीक्षा भी की गई।
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