रिकॉर्ड बनाकर भी उत्पादन लक्ष्य से पिछड़ा सीसीएल
- पिछले साल की तुलना में कोल इंडिया ने उत्पादन में 2.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की
मार्च में उत्पादन लक्ष्य पार
मार्च '18 में कोल इंडिया ने उत्पादन लक्ष्य पार कर लिया। इस महीने कंपनी को 68.68 मिलियन टन उत्पादन करने का लक्ष्य दिया गया था। इसके विरुद्ध कंपनी ने 72.28 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया। आंकड़े बताते हैं कि मार्च में ईसीएल, सीसीएल, एनसीएल, एमसीएल ने उत्पादन लक्ष्य पार कर किया। इन कंपनियों ने लक्ष्य से क्रमश: 124, 118, 106 और 113 फीसदी कोयले का उत्पादन किया।
कोयला भेजने में लक्ष्य से पीछे
कोयला भेजने में कोल इंडिया (वर्ष 2017-18) में लक्ष्य से पीछे रही। कंपनी को 600 मिलियन टन कोयला भेजने का लक्ष्य दिया गया था। इसके विरुद्ध कंपनी 580.28 मिलियन टन कोयला भेज सकी। यह लक्ष्य का 97 प्रतिशत है। हालांकि पिछले साल की तुलना में कोयला भेजने में 6.8 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। बीसीसीएल और एमसीएल को छोड़ हर कंपनी ने पिछले साल की तुलना में अधिक कोयला भेजा है। डब्ल्यूसीएल ने सबसे अधिक 23.4 फीसदी अधिक कोयला भेजा। इसके बाद एनसीएल ने 15.9 प्रतिशत अधिक कोयला भेजा। मार्च में कोल इंडिया ने लक्ष्य 58.41 मिलियन टन की तुलना में 55.19 मिलियन टन कोयला भेजा। यह लक्ष्य का 95 प्रतिशत है। इस महीने बीससीएल, सीसीएल, एसईसीएल, एमसीएल लक्ष्य हासिल नहीं कर सकी।
अप्रैल '17 से मार्च '18 तक कंपनियों का लक्ष्य और उत्पादन
कंपनी लक्ष्य उत्पादन वृद्धि/कमी
ईसीएल 47.00 43.57 7.5
बीसीसीएल 40.50 32.61 -12.0
सीसीएल 70.50 63.40 -5.4
एनसीएल 89.00 93.02 10.6
डब्ल्यूसीएल 48.50 46.22 1.3
एसइसीएल 153.80 144.71 3.4
एमसीएल 150.00 143.06 2.8
एनईसी 0.70 0.78 30.2
(नोट :- आंकड़े कोल इंडिया के हैं। लक्ष्य/उत्पादन मिलियन टन में है। वृद्धि और कमी प्रतिशत में)
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