टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट अब आइएसओ सर्टिफाइड
नई दिल्ली। टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट को आइएसओ 29990ः2010 और आइएसओ 9001ः2015 ड्यूअल सर्टिफिकेशन मिला है। आइएसओ 29990ः2010 सर्टिफिकेशन लर्निंग सर्विसेज प्रदाताओं के लिये अत्यधिक विशेषज्ञ मानक है। इसके प्रमाणन के दायरे में 19 प्रक्रियाओं को कवर किया जाता है। इसमें कंटेंट डेवलपमेंट, डिलीवरी इम्पैक्ट असेस्मेंट्स और मूल्यांकन में प्रशिक्षण के क्षेत्र शामिल हैं। आइएसओ 9001ः2015 प्रमाणन क्वॉलिटी मैनेजमेंट सिस्टम के लिये है। यह दुनिया भर में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाला मानक है।
यह ड्यूअल सर्टिफिकेशन टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (टीपीएसडीआइ) द्वारा अपनाई जा रही परिचालनीय उत्कृष्टता और मानकीकृत प्रथाओं को सिद्ध करता है। इसकी स्थापना वर्ष 2015 में भारत की सबसे बड़ी एकीकृत पावर कंपनी टाटा पावर कंपनी लिमिटेड द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य युवाओं के बीच रोजगारपरकता को बेहतर बनाना और भारतीय पावर एवं संबंधित क्षेत्रों द्वारा झेली जा रही स्किल गैप चुनौती का समाधान करना है। इंस्टीट्यूट के चीफ सीएन नागाकुमार ने कहा कि ड्यूअल सर्टिफिकेशन ग्राहकों और ट्रेनीज को क्वालिटी लर्निंग सर्विसेज का आश्वासन देगा। हमारे सभी प्रशिक्षण केन्द्रों में ट्रेनिंग डिलीवरी को मुख्य धारा में लेकर आयेगा। निरंतर सुधारों के लिये मार्ग प्रशस्त करेगा।
टाटा पावर कंपनी लिमिटेड के सीओओ और ईडी अशोक सेठी ने बताया कि टीपीएसडीआइ देश में 5 विश्वस्तरीय प्रशिक्षण केन्द्रों का परिचालन करती है। इनमें महाराष्ट्र में शहाद और ट्रॉम्बे, झारखंड में मैथन और जमशेदपुर एवं गुजरात में मूंदड़ा। वर्ष 2015 में अपनी स्थापना के समय से अब तक संस्थान द्वारा 29,000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। टीपीएसडीआइ पावर सेक्टर में सभी प्रकार के लर्नर्स की जरूरतों को पूरा करती है। इनमें अनुभवी टेक्नोक्रेट्स से लेकर बेरोजगार युवा तक शामिल हैं।
यह ड्यूअल सर्टिफिकेशन टाटा पावर स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (टीपीएसडीआइ) द्वारा अपनाई जा रही परिचालनीय उत्कृष्टता और मानकीकृत प्रथाओं को सिद्ध करता है। इसकी स्थापना वर्ष 2015 में भारत की सबसे बड़ी एकीकृत पावर कंपनी टाटा पावर कंपनी लिमिटेड द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य युवाओं के बीच रोजगारपरकता को बेहतर बनाना और भारतीय पावर एवं संबंधित क्षेत्रों द्वारा झेली जा रही स्किल गैप चुनौती का समाधान करना है। इंस्टीट्यूट के चीफ सीएन नागाकुमार ने कहा कि ड्यूअल सर्टिफिकेशन ग्राहकों और ट्रेनीज को क्वालिटी लर्निंग सर्विसेज का आश्वासन देगा। हमारे सभी प्रशिक्षण केन्द्रों में ट्रेनिंग डिलीवरी को मुख्य धारा में लेकर आयेगा। निरंतर सुधारों के लिये मार्ग प्रशस्त करेगा।
टाटा पावर कंपनी लिमिटेड के सीओओ और ईडी अशोक सेठी ने बताया कि टीपीएसडीआइ देश में 5 विश्वस्तरीय प्रशिक्षण केन्द्रों का परिचालन करती है। इनमें महाराष्ट्र में शहाद और ट्रॉम्बे, झारखंड में मैथन और जमशेदपुर एवं गुजरात में मूंदड़ा। वर्ष 2015 में अपनी स्थापना के समय से अब तक संस्थान द्वारा 29,000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। टीपीएसडीआइ पावर सेक्टर में सभी प्रकार के लर्नर्स की जरूरतों को पूरा करती है। इनमें अनुभवी टेक्नोक्रेट्स से लेकर बेरोजगार युवा तक शामिल हैं।
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